भारत में शादियां किसी उत्सव से कम नहीं होती. यहां शादियां, परंपराएं, जश्न, सजावट, ड्रामा, हंगामा, विवाद और ग़लतफ़हमियों के साथ-साथ रोमांच और ढेर सारी खुशियां लेकर आती हैं.
भारत में शादियों का आयोजन कितना भव्य और शाही होता है, इसको इसी से समझा जा सकता है कि एक अध्ययन के मुताबिक साल 2017 से 2021 के बीच भारत में करीब साढ़े छह करोड़ शादियों हुईं, जिसमें पांच लाख से लेकर पांच करोड़ तक की रकम ख़र्च की गई.
ख़ैर, इस सबसे इतर बहुत सारी चीज़ें ऐसी भी हैं, जो आपको सिर्फ़ भारतीय शादियों में देखने को मिलती हैं. वो चीज़ें कौन सी हैं, आइए जानते हैं:
1. डांस फ़्लोर पर नागिन डांस
अपने यहां शादी का मौका हो, और लोग नागिन बीट पर डॉन्स न करें, ऐसा हो ही नहीं सकता. इसके बिना भारतीय शादियां को अधूरा माना जाता है. यह एक ख़ास तरीका होता, जिसके ज़रिए लोग अपनी ख़ुशी का इज़हार करते हैं. इस एवरग्रीन बीट पर सपेरे और नागिन की जुगलबंदी पेश की जाती है. इसकी लोकप्रियता के कारण अब इस गाने के कई सारे रीमिक्स वर्ज़न तैयार किए जा चुके हैं, ताकि लोग ज़्यादा मौज ले सकें.
2. क्यूट बच्चों के डांस मूव
लगभग हर शादी में आपको डांस फ़्लोर पर कोई न कोई क्यूट बच्चा देखने को मिल जाएगा, जिसके डांस मूव शादी में आकर्षण का केंद्र बिन्दु बनते हैं. इस बच्चे को देखकर लोगों की ज़ुबान पर या तो तारीफ़ वाले शब्द होते हैं, या फिर यह सवाल कि, ‘ये बच्चा किसका है’. इस सबके बीच क्यूट बच्चे के मां-बाप का चेहरा देखने लायक होता है. भले ही वो ज़ाहिर न करें, लेकिन मन ही मन वो ख़ुशी से फूल नहीं समा रहे होते.
3. जीजा और फूफा का रूठना
कहते हैं अगर शादी में दूल्हे के जीजा और फूफा न रुठे, तो शादी, शादी नहीं लगती. वैसे तो शादी के दौरान कोई भी रूठ सकता है. मगर, लोगों का मानना है कि जीजा और फूफा दो ऐसे रिश्तेदार होते हैं, जिनका रूठना लगभग तय होता है. दरअसल, शादी के दौरान उन्हें एक्स्ट्रा अटेंशन चाहिए होता है. किसी भी मौके पर अगर वर-वधु पक्ष से इसमें चूक हो जाती है, तो उनका मुंह लटक जाता है.
4. कईयों के प्यार को मंज़िल
शादियों में कई लोगों की प्रेम कहानियां शूरू हुई हैं. शादी वो मौका होता है, जब लोग सज-धज कर पहुंचते हैं. ऐसे में अक्सर किसी की नज़र, किसी को घायल कर जाती है. बस फिर लोग एक-दूसरे को दिल दे बैठते हैं और शुरू हो जाती है उनकी लव-लाइफ. कई बार तो परिवार के बड़ों को अपने रिश्तेदारों के बच्चे इतने पसंद आ जाते हैं कि वो उन्हें अपने घर का दामाद या बहू बनाने के लिए पहल कर देते हैं.
भारत में शादी एकलौता ऐसा अवसर होता है, जब आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि लोगों के पास कितना सोना मौजूद है. महिला और पुरुष दोनों ही आपको सोने की ज्वैलरी से लदे हुए दिखाई पड़ते हैं. कुछ लोगों ने इतना ज़्यादा सोना पहना होता है कि छोटी-मोटी ज्वैलरी की दुकान भी फीकी पड़ जाए. कहने का मतलब है कि अगर आप जानना चाहते हैं कि आपकी चाची, मासी, बुआ, इत्यादि के पास कितना सोना है, तो आपके अपने परिवार की किसी शादी में ज़रूर जाना चाहिए.
6. खाना अच्छा नहीं था!
भारतीय शादियों को मसालेदार खाने के लिए भी जाना जाता है. तरह-तरह के व्यंजन आपको इस मौके पर मिल जाएंगे. इस खाने के लिए लोग कितना उत्साहित होते हैं, इसका अंदाज़ा लगाने के लिए आप उनकी खाने की प्लेट पर नज़र डालेंगे, तो सारी तस्वीर ख़ुद साफ़ हो जाएगी. कई लोग तो हर तरह का खाना अपनी प्लेट में एक साथ रखे मिल जाएंगे. एक बात और अगर किसी को खाने का स्वाद पसंद नहीं आया, या फिर उसे अपने मन की चीज़ नहीं मिली, तो फिर आपका सारा इंतज़ाम बेकार समझो.
7. बारात कभी टाइम पर नहीं पहुंचेगी
घर से बारात निकलने से लेकर दुल्हन को वरमाला पहनाने तक, शादी में कोई भी एक काम समय पर नहीं होता. आपने देखा होगा कि लड़क-लड़की के घरवारे सब काम जल्दी-जल्दी करने में लगे होते हैं, ताकि देर न हो. मगर, कभी गाड़ी वाला समय पर नहीं आता, तो कभी पंडित जी जाम में फंस जाते हैं. कुल मिलाकर देरी पक्की है. यही कारण है कि अगर किसी भारतीय शादी में सब काम समय पर हो जाते हैं, तो लोगों को पता ही नहीं चलता कि शादी हुई है, या नहीं.
8. ‘अगला नंबर तुम्हारा है’
भारतीय शादियों के दौरान वो लोग भी लोगों के निशाने पर होते हैं, जिनकी उम्र शादी की हो गई होती है. या फिर वो लोग जो दूल्हा-दुल्हन के हमजोली होते है. अधिकांश रिश्तेदार उनसे मुलाकात के दौरान ये कहने से नहीं चूकते, “अगला नंबर तुम्हारा है. तैयारी कर ले. अब तेरा कोई बहाना नहीं चलेगा. कोई पसंद हो तो बता.” कई रिश्तेदार तो रिश्ते तक बता देते हैं कि फ़लाने की लड़की है, लड़का है. बताओं तो बात करूं.
9. पीकर लोगों का बहकना
भारत में शादियों के दौरान शराब पीना एक फ़ैशन जैसा हो गया है. इस मौके पर वो लोग भी दो-दो पेग लगा लेते हैं, जो रेगुलरली नहीं पीते. यही कारण है कि कई बार लोग रायते की तरह फैल जाते है. कई बार तो मामला हाथा-पाई तक पहुंच जाता है. सबसे ज़्यादा मुसीबत डीजे वाले बाबू और बैंड वालों की होती है. क्या है न कि पीने के बात लोगों के पैर नहीं रुकते. वो अपने मनपंसद गाने पर तब तक नाचना चाहते हैं, जब तक वो गिर न जाए.
जो भी कहो, लेकिन अपने यहां की शादियां होती बड़ी मज़ेदार हैं!