प्राकृतिक आपदा को लेकर केंद्र की तरफ से प्रदेश को कोई मदद नहीं मिली है। हिमाचल दौरे पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बड़ी-बड़ी घोषणाएं की, लेकिन धरातल पर उसका एक भी रुपए आज तक प्रदेश को नहीं मिला है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जो प्रदेश में आकर घोषणाएं की वह सब झूठी निकली है। प्रदेश में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर और कई भाजपा नेता केंद्र का गुणगान कर रहे हैं।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 275 करोड़ एमडीआर (मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड) के लिए, 55 करोड़ कमांड और पंडोह रोड़ के रखरखाव, भारत सेतुबंधन योजना के तहत 100 करोड़, NH से मिलने वाली सड़कों की मरम्मत के लिए 50 करोड़ देने की घोषणा के साथ सीआरएफ के पैसे को 115 करोड़ से 200 करोड़ करने का ऐलान किया गया था, लेकिन आज तक प्रदेश को इसका एक भी रुपया नहीं मिला है। विक्रमादित्य सिंह ने नेता विपक्ष जयराम ठाकुर को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर दिल्ली जाकर केन्द्र सरकार का किस बात के लिए आभार व्यक्त कर रहे हैं, जबकि आपदा के लिए एक भी पैसा प्रदेश को नहीं आया है। कांग्रेस द्वारा दी गई गारंटीयों और विपक्ष के हमलों पर पलटवार करते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भाजपा ने 15 लाख देने की गारंटी दी थी जो नौ साल बाद भी नहीं मिली।
वहीं, ठेकेदारों द्वारा सड़कों के काम में बरती जा रही लापरवाही को लेकर विक्रमादित्य सिंह ने दो टूक में कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण एक और दो में जिनके काम लटके पड़े हैं। ऐसे ठेकेदारों को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना- 3 के तहत ठेके नहीं दिए जायेंगे। हिमाचल में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत चरण एक और दो में 170 सड़कों का कार्य लटका पड़ा है। वहीं नाबार्ड के तहत विधायक प्राथमिकता की 30 सड़कें है, जिनका कार्य पूरा नहीं हुआ है पीडब्ल्यूडी ऐसे ठेकेदार पर 5 फीसदी पेनल्टी लगाएगा।