नाबालिग ‘किशोरी’ ने जुड़वां बेटों को दिया जन्म, ‘सीएम हेल्पलाइन’ पर ये सुनाई आपबीती…

: हिमाचल प्रदेश के श्री रेणुका जी थाना के अंतर्गत करीब 17 साल की पूनम (काल्पनिक नाम) ने घर पर ही जुड़वां बेटों को जन्म दिया है। पेशे से मिस्त्री का काम करने वाला जुड़वां बेटों का पिता बताया गया है। हालांकि, पूनम ने जुड़वां (Twins) बेटों को करीब 15-20 दिन पहले जन्म दिया था, लेकिन इसका खुलासा अब हुआ है।

3 नवंबर को पूनम ने सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) का नंबर डायल कर आपबीती बयां की। सूचना मिलते ही रातों रात पुलिस मौके पर पहुंच गई। पूनम के बयान कलमबद्ध करने के अलावा बच्चों को अस्पताल में लाकर डीएनए (DNA) सैंपल भी संरक्षित कर लिए हैं। साथ ही आरोपी की तलाश की जा रही है।

प्रारंभिक जांच में ये खुलासा हुआ है कि आरोपी अक्सर ही पूनम के गांव में बुआ के घर पर आता-जाता था। यहां आरोपी ने पूनम को शादी का झांसा देकर दुराचार करना शुरू कर दिया। प्रसूति के बाद आरोपी ने जच्चा-बच्चा की परवाह नहीं की। बार-बार कोशिश के बाद संपर्क नहीं हुआ तो पूनम ने सीएम हेल्पलाइन पर कॉल करने का निर्णय लिया।

रविवार को डीएनए सैंपल के बाद अब पुलिस पूनम के 164 के बयान करवाने की तैयारी में है, साथ ही आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर भी टीमें गठित की गई हैं। ऐसा भी बताया जा रहा है कि पीड़िता ने गर्भवती होने के बाद भी आरोपी से शादी करने की बात कही थी, लेकिन वो शादी से लगातार इंकार करता रहा।

हालांकि, नाबालिगों के पहले भी शिशु को जन्म देने की जानकारी सामने आती रही है, लेकिन ये एक दुर्लभ ही मामला है, जब पीड़िता ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया है। एक अन्य जानकारी के मुताबिक घर पर जच्चा-बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ हैं। पुलिस ने परिवार को जच्चा-बच्चा को अस्पताल में दाखिल करवाने की भी पेशकश की थी, लेकिन प्रसूति के बाद कोई समस्या न होने के कारण इससे इंकार किया गया।

उधर, एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में संगड़ाह के डीएसपी मुकेश डढवाल ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से जानकारी मिली थी। सूचना मिलते ही मौके पर टीम रवाना कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि डीएनए सैंपल ले लिए गए हैं। 164 के तहत कार्रवाई की जा रही है। साथ ही आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बता दें कि शिशु के जन्म के फौरन बाद अमूमन डीएनए सैंपल नहीं लिए जाते। इस मामले में प्रसूति को करीब दो हफ्ते का समय हो चुका था, लिहाजा पुलिस ने तमाम औपचारिकताओं को पूरा करने को प्राथमिकता प्रदान की।