इजरायल और हमास की जंग का असर अब पूरी दुनिया पर दिखने लगा है। इजरायल के द्वारा फिलिस्तीन पर की जा रही कार्यवाही के खिलाफ शिमला में बुधवार को सीटू और अन्य वामपंथी संगठनों ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। उनकी मांग है कि इजरायल को फिलिस्तीन में बेगुनाह महिलाओं और बच्चों के मौत के तांडव को बंद करना होगा। भारत सरकार को इजरायल का समर्थन बंद करना होगा।
सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने कहा कि इजरायल ने फिलिस्तीन में 9 हजार लोगों को मौत के घाट उतार दिया है। युद्ध के सारे नियमों को दरकिनार कर अस्पतालों और मासूम बच्चों को शिकार बनाया जा रहा है। भारत सरकार इजरायल के साथ खड़ी है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि अमेरिका की साम्राज्यवादी नीतियों का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए। फिलिस्तीन के जमीन पर कब्जा नहीं होना चाहिए। भारत को शांति और युद्ध विराम की वकालत करनी चाहिए।
वहीं इस दौरान मौलाना मुमताज कासमी ने कहा कि इजरायल फिलिस्तीन में मानवता की हत्या कर रहा है। महात्मा गांधी के बाद प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई तक फिलिस्तीन के समर्थन में रहे, लेकिन अब प्रधानमंत्री इजरायल के समर्थन में हैं। हम इसकी निंदा करते हैं।