आईआईटी मंडी की IIT हब एंड एचसीआई (HCI) फाउंडेशन द्वारा नौकरी से निकाली गई महिला ने बीओडी (BOD) के पास सुनवाई की फरियाद लगाई है लेकिन बीओडी भी इस महिला की फरियाद को नहीं सुन रहा है। नौकरी से निकाली गई महिला ने 18 सितंबर को सुनवाई के लिए ईमेल भेजी थी, लेकिन आज दिन तक उसका कोई जवाब नहीं आया है। इसके बाद महिला ने बीती 20 अक्तूबर को रिमाइंडर ईमेल भी भेजा है, जिसका भी अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने भी बीओडी को मामले की सुनवाई के लिए लिख दिया है, लेकिन फिर भी बीओडी की तरफ से इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। हालांकि इस महिला के मामले में पहले बीओडी ने की महिला को गलत ढंग से डिमोट करने पर उसे दोबारा प्रमोट करने का आदेश दिया था। लेकिन अब महिला को जब नौकरी से ही निकाल दिया गया है तो इसके बाद बीओडी की तरफ से इस मामले पर सुनवाई न करने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
यह था पूरा मामला
आइआइटी मंडी आई हब एंड एचसीआई फाउंडेशन ने एक महिला कर्मचारी को अनुबंध पर तैनात कर रखा था। लेकिन इस महिला कर्मचारी को नियमों के विपरीत डिमोट कर दिया गया। बाद में बीओडी ने डिमोशन को गलत ठहराया तो इसे फिर से प्रमोट कर दिया गया। लेकिन जब अनुबंध को रिन्यू करने की बारी आई तो महिला को नौकरी से ही निकाल दिया गया। हवाला दिया गया कि महिला कर्मचारी की परफॉरर्मेंस ठीक नहीं है। अब यह महिला कर्मचारी न्याय के लिए दर-दर भटक रही है लेकिन इसकी कहीं पर कोई सुनवाई होती हुई नजर नहीं आ रही है।