Rahasya से लेकर Chup तक हर फ़िल्मी फ़ैन को Zee5 पर मौजूद ये Hindi Thriller Films तुरंत देख लेनी चाहिए

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वीकडे हो या वीकेंड एक बढ़िया सी थ्रिलर फ़िल्म देखकर मौज ही आ जाती है. थ्रिलर आजकल मेकर्स का भी फ़ेवरेट जॉनर है. व्यूअर्स से भी पूछिए तो रॉम-कॉम से ज़्यादा वो कहेंगे कि क्राइम थ्रिलर, साइकोलॉजिकल थ्रिलर या सस्पेंस वाली फ़िल्मों में मज़ आता है.

अगर आप भी कोई बढ़िया सी थ्रिलर फ़िल्म देखने का मन बना रहे हैं और सोच रहे हैं कि क्या देखें, तो Zee5 पर मौजूद ये बेहतरीन फ़िल्में देख सकते हैं.

1. मदारी (Madaari)

सरकारी नुमाइंदों के भ्रष्टाचार की वजह से निर्मल अपने परिवार को खो देता है. इसके बाद वो बदला लेने की राह पर आगे बढ़ता है. इरफ़ान ख़ान की बेहतरीन फ़िल्मों में से एक है मदारी. इरफ़ान के अलावा इसमें जिम्मी शेरगिल, विशेष बंसल नज़र आए हैं. फ़िल्म की कहानी शैलजा केजरीवाल और रितेश शाह ने लिखी है. निर्देशन निशीकांत कामत का है.

2. पोशम पा (Posham Pa)

सच्ची घटना पर आधारित है ये फ़िल्म. एक मां जो अपनी बेटियों को अपराध की दुनिया में ढकेल देती है. इस केस की आरोपी महिलाएं अभी भी जेल में हैं और उन्हें फांसी की सज़ा मुकर्र हुई थी. फ़िल्म की कहानी निमिशा मिश्रा ने लिखी है और निर्देशन सुमन मुखोपाध्याय का है. फ़िल्म में माही गिल, सयानी गुप्ता, रागिनी खन्ना नज़र आए हैं.

3. रहस्य (Rahasya)

एक डॉक्टर पर अपनी ही 18 साल की बेटी की हत्या का इल्ज़ाम लगता है. उसके पिता उसे बेकसूर बताते हैं लेकिन सारे सुबूत यही इशारा करते हैं कि डॉक्टर ही कातिल है. उसकी पत्नी को भी उसी पर शक होता है. आखिर उस लड़की की हत्या किसने की? फ़िल्म की कहानी मनीष गुप्ता ने लिखी है और निर्देशन भी गुप्ता का ही है. फ़िल्म में के के मेनन, आशीष विद्यार्थी, तिस्का चोपड़ा जैसे कलाकार नज़र आए हैं.

4. नेल पॉलिश (Nail Polish)

ये कहानी है एक सामाजिक कार्यकर्ता वीर सिंह की जिस पर दो बच्चों के अपहरण, रेप और हत्या का आरोप है. ये एक लीगल थ्रिलर फ़िल्म है. फ़िल्म में मानव कौल, आनंद तिवारी अर्जुन रामपाल नज़र आए हैं. कहानी बग्स भार्गव कृष्णा की है और निर्देशन भी उन्होंने ही किया है.

5. डायल 100 (Dial 100)

मुंबई के इमरजेंसी कॉल सेंटर में एक रात ड्यूटी करते हुए निखिल सूद को एक महिला का फ़ोन आता है. ये महिला सुसाइड करने की धमकी देती है. निखिल उसे बचाने की कोशिश करता है लेकिन इस दरमियां उसके अतीत के कई सच सामने आते हैं. फ़िल्म का निर्देशन Renzil D’Silva ने किया है और कहानी भी उन्हीं की है. फ़िल्म में मनोज बाजपेयी, नीना गुप्ता, साक्षी तंवर जैसे कलाकार नज़र आए हैं.

6. बॉब बिस्वास (Bob Biswas)

8 साल कोमा में रहने के बाद इंश्योरेंस एजेंट बॉब बिस्वास को अस्पातल से छुट्टी मिलती है. बॉब घर पहुंचता है जहां उसकी पत्नी मैरी और बेटा बेनी उसका स्वागत करते हैं. बॉब अपने अतीत को भुला चुका है और उसे कुछ भी याद नहीं. फ़िल्म की कहानी तानिया भट्टाचार्य, सुजॉय घोष, राज वसंत ने की है. निर्देशन दिया अन्नापूर्ण घोष का है. फ़िल्म में अभिषेक बच्चन, चित्रांग्दा सिंह, परन बैनर्जी नज़र आए हैं.

7. चुप: रिवेंज ऑफ द आर्टिस्ट (Chup: Revenge of the Artist)

सीरियल किलर्स की कहानी तो आपने कई बार पर्दे पर देखी होगी, हर सीरियल किलर का एक पैटर्न होता है. चुप फ़िल्म में भी एक सीरियल किलर है तो चुन-चुन कर बेदर्दी से फ़िल्म क्रिटिक्स की हत्या करता है. फ़िल्म में दुलकर सलमान, श्रेया धन्वंतरी, सनी देओल नज़र आए हैं. कहानी आर बाल्की, राजा सेन और ऋषि वरमानी ने लिखी है. निर्देशन भी आर बाल्की का है.

8. बदलापुर (Badlapur)

रघु की पत्नी और बेटे की मौत हो जाती है जब दो बैंक लुटेरे बैंक लूटने के बाद उनकी गाड़ी लेकर भागने की कोशिश करते हैं. इस घटना ने रघु को तोड़ कर रख दिया और वो अपने परिवार की मौत का बदला लेने पर आमादा है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि बदलापुर कई दशकों पर पहले घटनी एक रियल इन्सीडेंट पर बेस्ड है.  फ़िल्म का कहीना Massimo Carlotto ने लिखी है, निर्देशन श्रीराम राघवन और मेहमत तुटकुन ने किया का है. फ़िल्म में वरुण धवन, नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी, यामी गौतम, हुम कुरैशी नज़र आए हैं.

9. टेबल नंबर 21 (Table No 21)

रैगिंग देश की एक बहुत बड़ी समस्या है. शायद ही कोई साल ऐसा बीतता हो जब ऐसी खबर नहीं आती हो कि रैगिंग से परेशान होकर छात्र ने सुसाइड कर लिया. चाहे मेडिकल फ़ील्ड हो या आर्ट्स, चाहे कितने भी कड़े कानून बना लिए जाएं लेकिन ये कुरीती खत्म होने का नाम ही नहीं लेती. टेबल नेंबर 21 कहानी है एक पिता की जिसके बेटे को उसकी सीनियर्स ने इतना परेशान किया कि वो मानसिक रोगी बन गया. फ़िल्म को आदित्य