मात्र दस वर्षीय एक भारतीय बच्चे ने फोटोग्राफी में देश का नाम रोशन किया है. जी हां, बेंगलुरु के 10 वर्षीय विहान तल्या विकास को लंदन में आयोजित प्रतिष्ठित वाइल्डलाइफ फ़ोटोग्राफ़र ऑफ़ द ईयर (WPY) प्रतियोगिता में अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फ़ोटोग्राफ़र का पुरस्कार मिला है.
10 साल के विहान ने जीता फ़ोटोग्राफ़र ऑफ़ द ईयर अवॉर्ड
प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय, लंदन द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में दुनिया भर की बेहतरीन वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी का प्रदर्शन किया जाता है. इस प्रतियोगिता को ‘फ़ोटोग्राफ़ी का ऑस्कर’ भी माना जाता है. विहान ने शहर के बाहरी इलाके में श्री कृष्ण की नक्काशी के साथ मकड़ी की तस्वीर खींची थी. इसी तस्वीर ने उन्हें ये अवॉर्ड दिलवाने में मदद की.
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, विहान के अंदर वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी के प्रति ये जुनून उन्हें अपने पिता से मिला है. वह अपने पिता की फोटोग्राफी से प्रेरित रहे हैं. विहान ने कहा कि, “वह यह पुरस्कार पाकर बहुत खुश और उत्साहित हैं. उन्हें फोटोग्राफी करना पसंद है क्योंकि यह हमें रचनात्मक रूप से सोचने और प्रकृति से जुड़ने में मदद करती है.”
50,000 तस्वीरों में चुनी गई विहान की तस्वीर
इस वर्ष प्रतियोगिता में विभिन्न श्रेणियों में 95 देशों से आवेदन आये थे, जहां कुल 50,000 तस्वीरें प्रस्तुत की गईं, जिनमें से शीर्ष 100 पर प्रतियोगिता के लिए विचार किया गया और 11 को विभिन्न श्रेणियों में चुना गया, जिसमें विहान ने अंडर -10 श्रेणी का पुरस्कार जीता. विहान की ये पुरस्कृत तस्वीर WPY59 संग्रह का हिस्सा होगी और प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय में वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर ऑफ द ईयर प्रदर्शनी में प्रस्तुत की जाएगी, जो वन्यजीवों की सुरक्षा के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए 4 महाद्वीपों में लगभग 25 स्थानों का दौरा करेगी.
7 साल की उम्र में सीखने लगे थे फोटोग्राफी
विहान कुमारन्स स्कूल के छात्र हैं. उन्होंने मात्र 7 साल की उम्र में अपने पिता के मार्गदर्शन में फोटोग्राफी की यात्रा शुरू की थी. वन्यजीव और संरक्षण फोटोग्राफर और प्रतियोगिता न्यायाधीश, धृतिमान मुखर्जी ने कहा कि, “विहान की तस्वीर ने कला, अवधारणा, संरक्षण और विज्ञान के उद्देश्य को बहुत अच्छी तरह से पूरा किया.” उन्होंने इसके पीछे युवा विहान की विचार प्रक्रिया और तस्वीर की संरचना की भी सराहना की.