भारत-न्यूजीलैंड धर्मशाला मैच पर इंद्रदेव का साया

हिमाचल प्रदेश में इस बार सर्दियों का आगाज़ आम वर्षों के मुकाबले जल्दी हुआ है। अक्तूबर माह में ही प्रदेश के कई इलाकों में बर्फबारी दर्ज की जा चुकी है। वहीं आगामी दिनों में एक बार फिर मौसम के खराब रहने की संभावना है।

प्रदेश के अंदर आगामी 22 और 23 अक्टूबर को एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है, जिसके चलते प्रदेश के अंदर बरसात और बर्फबारी भी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से 27 अक्टूबर से एक बार फिर मौसम के खराब रहने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा खराब मौसम 22 अक्टूबर को धर्मशाला में होने वाले भारत-न्यूजीलैंड क्रिकेट मैच के दौरान भी खलल डाल सकता है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि आगामी 22 और 23 अक्टूबर को पश्चिमी विक्षोभ प्रदेश में फिर से सक्रिय हो सकता है।  जिसके चलते प्रदेश के ऊपरी इलाकों में बारिश और बर्फबारी देखने को मिल सकती है। वही 22 अक्टूबर को धर्मशाला के मैदान में न्यूजीलैंड और भारत के बीच क्रिकेट वर्ल्ड कप का मैच होना है और खराब मौसम इस मैच का मजा भी खराब कर सकता है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि इस दौरान शाम और रात के समय बारिश होने की संभावना है। 22 अक्टूबर को शाम के वक्त 40% बारिश की उम्मीद है। ऐसे में कुछ देर के लिए हल्की बारिश दर्ज की जा सकती है हालांकि ज्यादा देर तक बारिश होने जैसी कोई बात नहीं है।

वहीं हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में तापमान में पहले ही भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। जिला लाहौल स्पीति के केलांग में तापमान शून्य से नीचे माइनस दो डिग्री पर पहुंच गया है। इसके अलावा लगभग 19 वर्षों के रिकॉर्ड टूटा और जिला शिमला में भी अक्टूबर महीने में बर्फ के दीदार हुए।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि साल 2004 के बाद जिला शिमला में बर्फबारी दर्ज की गई है और नारकंडा जैसे स्थानों पर बर्फबारी हुई। आगामी दिनों के लिए मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से मौसम की भविष्यवाणी है कि 27 तारीख के बाद एक बार फिर पश्चिमी विकसित की सक्रिय होने की संभावना है।