राजधानी से सटे रियासतकालीन शहर जुन्गा घाटी कल मानव परिंदों से सराबोर होगी। इस फ्लाइंग फेस्टिवल में भाग लेने के लिए अब तक 60 से अधिक पायलटों ने अपना पंजीकरण करवा दिया है। जिनमें से नेपाल से भी पैराग्लाइडर आ रहे हैं। द ग्लाईड के प्रबधंक निदेश्क अरुण रावत ने बताया कि फ्लाइंग फेस्टिवल के लिए सभी तैयारियां कर ली गई है।
कल यानि 12 अक्तूबर को साढ़े 11 बजे फ्लाइंग फेस्टिवल का शुभारंभ मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू करेगें। जबकि ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरूद्ध सिंह और अध्यक्ष हिप्र पर्यटन विकास निगम एवं उपाध्यक्ष हिप्र पर्यटन विकास बोर्ड रघुबीर सिंह बाली बतौर विशेष अतिथि के रूप में शिरकत करेगें।
गौर रहे कि बीड़ बिलिग की भांति जुन्गा की कवाण घाटी पैराग्लाईडिंग के लिए सबसे उपयुक्त स्थल माना जा रहा है। उन्होने बताया कि इस उत्सव के दौरान भाषा एवं संस्कृति विभाग के सांस्कृतिक दलों की प्रस्तुतियां, स्वयं सहायता समूहों की प्रदर्शनियां एवं फूड स्टाल भी स्थापित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के लिए हिमाचली धाम की भी व्यवस्था रहेगी। फेस्टिवल के दौरान एक स्मारिका का विमोचन भी किया जाएगा।
स्थानीय निवासी पंकज सेन, दीपक कुमार सहित अनेक लोगों ने बताया कि जुन्गा एक रियासत कालीन राजधानी रही है। परंतु आजतक किसी भी सरकार ने इस ऐतिहासिक स्थल को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए कोई प्रयास नहीं किए है। जुन्गा में पहली बार फ्लाइंग फेस्टिवल होने जा रहा है जिससे उम्मीद की जाती है कि जुन्गा भी पर्यटन के मानचित्र पर अपनी एक अलग पहचान बनेगी।