हिमाचल प्रदेश विधानसभा की स्थानीय निधि लेखा समिति ने मंडी जिला के अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि वे ऑडिट से संबंधित सभी लंबित मामलों का जल्द से जल्द निपटारा करें। यह निर्देश मंगलवार को इस समिति की पहली बैठक के दौरान समिति के सभापति विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने दिए। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा स्थानीय निधि लेखा समिति का पहली बार गठन किया गया है।
इस समिति का कार्य सभी विभागों में लंबित पड़े ऑडिट मामलों और लंबित पड़ी धनराशि के सही खर्च की निगरानी करना है। बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि जिन विभागों के पास जो पैसा बीना खर्च के पड़ा हुआ है। उसकी पूरी डिटेल समिति को मुहैया करवाई जाए ताकि उस पैसे को किसी दूसरे विकास कार्यों पर खर्च किया जा सके। इसके साथ ही प्रशासन को शिवरात्रि मेला कमेटी का ऑडिट करने के निर्देश भी जारी किए गए।
बता दें कि बीते पांच वर्षों से मंडी में शिवरात्रि मेला कमेटी का एक भी ऑडिट नहीं हो पाया है। इसके साथ ही समिति ने जिला में आपदा के कारण प्रभावितों की सही पहचान करके उन्हें सरकार द्वारा दी जाने वाली योजनाओं का पूरा लाभ जल्द से जल्द पहुंचाने के निर्देश भी जारी किए।
बैठक के उपरांत मीडिया से बातचीत में विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने बताया कि मंडी जिला में 90 प्रतिशत कार्य सही ढंग से हुआ है। अधिकारियों द्वारा उसकी सही रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को बधाई भी दी। साथ ही उन्होंने लंबित पड़े मामलों को भी जल्द से जल्द निपटाने के निर्देश दिए। वहीं, बैठक में विभाग स्तर पर हर एक मद पर अलग से चर्चा भी की गई।
बैठक में समिति सदस्य के रूप में विधायक सतपाल सिंह सत्ती, होशियार सिंह, डी.एस. ठाकुर, केवल सिंह पठानिया, पूर्ण चंद ठाकुर, कुलदीप सिंह राठौर व हरीश जनारथा उपस्थित रहे।