पैन इंडिया स्टार प्रभास, कृति सेनन और सैफ अली खान अभिनीत फिल्म आदिपुरुष शुक्रवार को थिएटर्स में रिलीज हो गई. इसके फर्स्ट डे कलेक्शन की बात करें तो माना जा रहा है कि ये उम्मीद से बेहतर रही है. आज तक की रिपोर्ट में आदिपुरुष के वर्ल्ड वाइड बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के आंकड़ों को 150 करोड़ से पार जाने की संभावना जताई गई है. इस फिल्म को रामायण की कहानी मान कर दर्शकों ने भी इसका बहुत बेहतरीन तरीके से स्वागत किया.
आदिपुरुष पर प्रेम सागर ने जताई आपत्ति
हालांकि दिन बीतने के साथ साथ फिल्म को लेकर काफी आलोचनाएं सुनने को मिलीं. फैंस सबसे ज्यादा फिल्म के संवाद से खफा हैं. इन आलोचनाओं के बीच रामायण सीरियल के निर्माता रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर की भी आदिपुरुष को लेकर टिप्पणी आई है. उन्होंने कहा कि ‘आदिपुरुष’ में भारतीय महाकाव्य ‘रामायण’ की गलत व्याख्या की गई है. उन्होंने इस पर अपना एतराज जाहिर किया है. प्रेम सागर ने कहा कि डायरेक्टर ने तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की है. उन्होंने फिल्म के डायलॉग्स पर भी आपत्ति जताई है.
डायलॉग्स को लेकर भी हैं खफा
अपने एक साक्षात्कार के दौरान प्रेम सागर ने कहा कि कि उन्होंने फिल्म नहीं देखी है, लेकिन उन्होंने टीज़र और ट्रेलर देखा है. जब प्रेम सागर को ‘टपोरी’ स्टाइल के डायलॉग ‘तेल तेरे बाप का, जलेगी तेरे बाप की’ के बारे में बताया गया, तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि ओम राउत ने ‘आदिपुरुष’ के माध्यम से चमत्कार बनाने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि उनके पिता रामानंद सागर ने भी ‘रामायण’ बनाते वक्त क्रिएटिव फ्रीडम का इस्तेमाल किया.
तथ्यों के साथ हुई छेड़छाड़
प्रेम सागर ने बताया कि उनके पिताजी ने श्रीराम को भगवान की ही तरह समझा. कई ग्रंथों को पढ़ने के बाद उन्होंने इसमें छोटे-मोटे बदलाव किए लेकिन कभी भी तथ्यों से छेड़छाड़ करने की कोशिश नहीं की. आदिपुरुष में रावण का किरदार निभा रहे सैफ अली खान के डार्क लुक से भी प्रेम सागर खुश नहीं हैं. उन्होंने इस पर कहा कि रावण बहुत विद्वान और ज्ञानी व्यक्ति था और उसे खलनायक के रूप में दिखाना सही नहीं हो सकता.
प्रेम सागर ने बताया कि ग्रंथों के अनुसार, रावण ने जो भी किया वो इसलिए क्योंकि उसे पता था उसे भगवान राम के हाथों ही मोक्ष प्राप्त हो सकता है. शास्त्रों में यह भी लिखा है कि भगवान राम स्वयं रावण को बड़ा विद्वान मानते थे. जब रावण मरने वाला था, तब भगवान राम ने अपने छोटे भाई लक्ष्मण को रावण के चरणों में जाने और उससे सीखने के लिए भेजा.
रावण को खलनायक नहीं बताया जा सकता
प्रेम सागर ने इस संबंध में कहा कि, “रावण की स्थिति ही ऐसी थी कि उसे अनुचित करना पड़ा. आप क्रिएटिव फ्रीडम के नाम पर रावण को खूंखार खलनायक के रूप में पेश नहीं कर सकते.” जब प्रेम सागर को बताया गया कि ‘आदिपुरुष’ को आज की पीढ़ी को ध्यान में रखकर बनाया गया है तो उन्होंने कहा, ‘अगर आपने आज की रामायण बनाई है तो उसे ब्रीच कैंडी और कोलाबा में दिखाइए, इसे दुनिया भर में मत दिखाइए और लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाइए.”
प्रेम सागर ने कहा कि रामायण को कृत्तिवासी और एकनाथ सहित कई लोगों ने लिखा लेकिन कभी भी इसके तथ्य नहीं बदले. केवल रंग और भाषा बदली गई थी. लेकिन ‘आदिपुरुष’ में सारे तथ्य बदल गए हैं. रामायण पर वेब सीरीज या फिल्म बनाने के सवाल पर प्रेम सागर ने कहा कि, ‘पिता जी ने कहा था, 85 साल तक ऐसी रामायण कोई नहीं बना पाएगा. उन्होंने लोगों को मर्यादा पुरुषोत्तम की कहानी सुनाई और चले गए.”
केवल प्रेम सागर ही नहीं बल्कि देशभर में बहुत से लोग इस फिल्म की कई वजहों से आलोचना कर रहे हैं. कोई राम के लुक से खफा है तो किसी को VFX पसंद नहीं आया. लेकिन सबसे ज्यादा नाराजगी राणव के लुक और हनुमान के डायलॉग पर जताई जा रही है. ऐसे में आदिपुरुष को लेकर लोगों सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
आप भी देखें फिल्म के बारे में जनता का क्या कहना है
फिल्म में ‘जो हमारी बहनों को हाथ लगाएंगे, उनकी लंका लगा देंगे…’, ‘कपड़ा तेरे बाप का, आग तेरे बाप की, तेल तेरे बाप का, जलेगी भी तेरे बाप की…’, ‘तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने आ गया…’ इस तरह के डायलॉग्स पर लोगों ने अपनी घोर आपत्ति जाहिर की है.