हिमाचल प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा के बाद हो रहे विकास और आधारभूत ढांचे की भावी रूपरेखा सर्वाधिक चर्चा का विषय है। राज्य में संभावी आपदा के विभिन्न आयामों पर चर्चा और उससे उबरने के तरीकों पर मंथन के लिए नौ अक्टूबर को देश भर के विषय विशेषज्ञ शिमला के पीटरहॉफ में होने वाले एक सेमिनार में जुटेंगे और अपने-अपने सुझाव देंगे। इसका आयोजन एसडीएफ (स्टूडेंट्स फॉर डेवलपमेंट) द्वारा किया जाएगा और इसका विषय रहेगा ‘डायनामिक्स ऑफ़ डिजास्टर इन हिमाचल प्रदेश लर्निंग फॉर रेजीलिएंस’।
सेमिनार के राज्य प्रभारी प्रोफेसर नितिन व्यास ने गुरुवार को बताया कि प्रदेश के लोगों को पर्यावरण से संबंधित मुद्दों पर जागरूक करना और मानव और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए एक समेकित रूपरेखा प्रस्तुत करना इस सेमिनार का उद्देश्य है।
नितिन व्यास ने बताया कि एनआईटी हमीरपुर के निदेशक प्रोफेसर हीरालाल मुरलीधर सूर्यवंशी इस सेमिनार के मुख्य अतिथि और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान विशेष अथिति होंगे। एसपीयू के पूर्व कुलपति डॉ देवदत्त शर्मा इस सेमिनार के विशेष सम्मानित अतिथि होंगे। इसमें दो तकनीकी सत्र होंगे। सेमिनार के बाद जो सार निकल कर आएगा उसे पॉलिसी के रूप में प्रदेश सरकार को सौंपा जाएगा।