कोविड वॉरियर्स से नौकरी छीनना हिमाचल सरकार को पड़ेगा भारी : जंवाल

: सुंदरनगर विधायक राकेश जंवाल ने बुधवार को विधानसभा क्षेत्र के दुर्गम क्षेत्रों में अपने जनसंपर्क अभियान के तहत लोगों की समस्याओं को सुना। इस अवसर पर भाजपा विधायक राकेश जंवाल ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश सरकार जब से सत्ता में आई है तब से आर्थिक तंगहाली का रोना रो रही है। अब जब केंद्र सरकार ने प्रदेश के लिए बड़ी राहत राशि स्वीकृत की है तो सरकार के बड़बोले मंत्री से एक शब्द धन्यवाद का भी नहीं निकल रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार आपदा के नाम पर राजनीति कर रही है। एक ओर केंद्र सरकार पर आर्थिक राहत न देने का आरोप लगा रही तो दूसरी ओर केंद्र द्वारा दी गई राहत पर प्रदेश की जनता को गुमराह कर रही है। प्रदेश में आपदा के डेढ़ माह बाद भी सड़कों को बहाल नहीं कर पाई है। जो बहुत ही दूर्भाग्यपूर्ण है। आपदा से बदहाल हुई सड़कों का खामियाजा प्रदेश के किसानों व बागवानों को झेलना पड़ रहा है।

सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक ओर प्राकृतिक आपदा ने लोगों के घर बार छीने हैं तो दूसरी ओर प्रदेश की व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार जनता से रोजी रोटी छीन रही है। कोविड वॉरियर्स से नौकरी छीनना निंदनीय व शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि बीते दिन पालमपुर में एक महिला ने रोते हुए सीएम के पैर पकड़कर नौकरी से न निकाले जाने की गुहार लगाती दिखाई दी, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ लेकिन सीएम सुक्खू पर सत्ता का घमंड इतना हावी हो गया है कि उस महिला की पीड़ा भी दिखाई नहीं दी। सीएम उससे बिना बात किए हुए निकल गए और जिससे महिला को अपमानित होना पड़ा।

राकेश जंवाल ने कहा कि एसएमसी अध्यापक भी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। बीती रात को प्रदेश सचिवालय के बाहर धरना प्रदर्शन चलता रहा लेकिन सीएम सुक्खू ने एक बार भी उनसे उनकी समस्याओं को जानने का समय नहीं निकाल पाए।