क्रिकेट में एक बल्लेबाज के लिए जितना महत्व अर्धशतक और शतक का है, उससे ज्यादा महत्व एक गेंदबाज के लिए हैट्रिक का है. यही कारण है कि हम बल्लेबाजों के शतक तो आए दिन देख लेते हैं लेकिन किसी गेंदबाज द्वारा हैट्रिक लेने का नजारा बहुत कम देखने को मिलता है. लगातार 3 गेंदों पर तीन बल्लेबाजों को आउट कर पाना बड़े बड़े गेंदबाजों के लिए आसान नहीं होता.
जब मैदान पर चला मलिंगा का जादू
रिपोर्ट्स के अनुसार, 1879 में पहली बार किसी गेंदबाज ने हैट्रिक ली. समय के साथ गेंदबाजों ने काफी बार हैट्रिक ली लकीं डबल हैट्रिक लेने वाला कारनामा कोई ना कर पाया. बता दें कि क्रिकेट की भाषा में 4 गेंदों पर 4 विकेट चटकने को डबल हैट्रिक कहा जाता है. यह कारनामा तब तक कोई नहीं कर पाया था जबतक 2007 विश्वकप में यॉर्कर किंग के नाम से मशहूर श्रीलंकाई गेंदबाज लसिथ मलिंगा ने अपनी गेंदबाजी का जादू नहीं दिखाया था. यह कारनामा मलिंगा ने आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के 26वें मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कर दिखाया था.
मात्र 209 पर ऑलआउट हो गई श्रीलंका
यह मैच जॉर्जटाउन के प्रोविडेंस स्टेडियम में खेला जा रहा था. 50 ओवर के मैच में श्रीलंका के कप्तान महेला जयवर्धने ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. टीम ने 49.3 ओवर में तिलकरत्ने दिलशान के 58 और रसेल अर्नोल्ड के अर्धशतक की मदद से 209 रन बनाए और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीम को 210 का साधारण सा लक्ष्य दिया.
दक्षिण अफ्रीका ने जल्दी ही बना लिए 206
50 ओवर में 210 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने जल्द ही 5 विकेट खो कर 206 बना लिए थे. यहां से जीत दक्षिण अफ्रीका के हाथों में थी लेकिन उसी समय दुनिया ने एक ऐसा चमत्कार होते देखा जो उस दिन से पहले किसी ने नहीं देखा था. मात्र चार रन बनाने थे, तभी लसिथ मलिंगा के हाथों में गेंद थमाई गई. उन्होंने पहले दाएं हाथ के बल्लेबाज शॉन पोलक और फिर आंद्रे हॉल को लगातार दो गेंदों पर क्लीन बोल्ड कर दिया. टीम का स्कोर अब 7 विकेट खो कर 206 था.
तब मलिंगा ने कर दिखाया चमत्कार
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मलिंगा ने अपने पिछले ओवर की अंतिम 2 गेंदों पर लगातार दो विकेट लिए थे, जिस वजह से अगले ओवर में उनके पास हैट्रिक का चांस था. 47वें ओवर में एक बार फिर से गेंद उनके हाथ में आई और उन्होंने अपना गेंदबाजी आक्रमण जारी रखा. उन्होंने ओवर की पहली ही गेंद पर अच्छी तरह से सेट जैक्स कैलिस 86 के स्कोर पर आउट कर दिया. इसी के साथ उन्होंने अपनी हैट्रिक पूरी कर ली. ये बहुत बड़ी बात थी लेकिन इससे भी बड़ा कुछ होना बाकी था.
इसके बाद मलिंगा ने जो किया वो अकल्पनीय था. उन्होंने मखाया एंटिनी को शानदार यॉर्कर फेंकी और उनका विकेट चटक कर, चार गेंदों में चार विकेट लेने का कारनामा कर दिखाया. मलिंगा ने एनटिनी को शून्य पर आउट कर लगातार चौथा विकेट लेकर इतिहास रच दिया. गेंदबाज की शानदार उपलब्धि पर श्रीलंकाई टीम ने जमकर जश्न मनाया.
मगर फिर भी हार गई श्रीलंका
सीमित ओवरों के महानतम गेंदबाजों में से एक, मलिंगा ने साबित कर दिया कि उनमें अपनी तीखी इन-स्विंग यॉर्कर से आश्चर्यचकित करने की क्षमता है. मलिंगा की गेंदबाजी कमाल की रही. अब श्रीलंका को जीत के लिए मात्र एक विकेट की जरूरत थी लेकिन ऐसा होना सका. मलिंगा ने इस मैच में इतिहास तो रचा मगर श्रीलंकाई टीम 1 विकेट से यह मैच हार गई.