जलविद्युत परियोजना को पूरा करने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि, टनल बोरिंग मुकम्मल

पार्वती-II जलविद्युत परियोजना (800 मेगावाट) को पूरा करने की दिशा में परियोजना को एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। जानकारी के अनुसार 27 सितंबर को टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) के दायरे में हेड रेस टनल की खुदाई का कार्य पूरा हो गया है। यह उपलब्धि विभिन्न चुनौतियों और विषम भूवैज्ञानिक परिस्थितियों के बीच हासिल की गई है।

    यह जल विद्युत परियोजनाओं में सबसे लंबी हेड रेस टनलों में से एक है। इस हेड रेस टनल की लंबाई 31.54 किलोमीटर है, जिसकी खुदाई के लिए परियोजना में टीबीएम सितंबर, 2003 में लगाई गई थी। यह उपलब्धि परियोजना कार्य समापन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। 

गौरतलब है कि इस टनल की खुदाई का कार्य 20 सालों में पूरा किया गया है। हालांकि कई वर्षों तक टनल के भीतर टीबीएम मशीन फंस गई थी, जिस कारण टनल की खुदाई का कार्य प्रभावित हुआ था। लेकिन काफी वर्षों के बाद टीबीएम मशीन ठीक हुई और उसके बाद कार्य शुरू हुआ। लिहाज़ा अब इसकी खुदाई का कार्य पूरा हुआ।