हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में आई आपदा से करोड़ों का नुकसान हुआ. 441 लोगों ने अपनी जान गंवा दी. मुश्किल हालात में लोग एक दूसरे की मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं. ऐसे में हिमाचल सरकार भी आपदा राहत कोष (Himachal Disaster Relief Fund) में पैसे जुटाने में लगी हुई है. वहीं इस बीच हिमाचल प्रदेश से दिलों को जीतने वाली खबर सामने आई, जहां शिमला की दो बच्चियों ने अपनी पॉकेट मनी आपदा राहत कोष में डोनेट (Two girls donated Rs 20 thousand to Himachal Disaster Relief Fund) कर दी.
हिमाचल की मदद के लिए बच्चों ने तोड़ दी गुल्लक
संकट की इस घड़ी में दो स्कूली बच्चियों ने अपनी सारी पॉकेट मनी प्रदेश के आपदा राहत कोष में देने का काम किया है. लोग उनकी खूब सराहना कर रहे हैं. उन बच्चियों ने अपने गुल्लक प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhvinder Singh Sukhu) के पास ले गईं और उसे दान कर दीं.
बता दें कि क्लास सात की छात्रा आहाना वर्मा ने 10,229 रुपये और कक्षा दूसरी की छात्रा जीया वर्मा ने 9,806 रुपये आपदा राहत कोष में डोनेट किए हैं. ये दोनों बच्चियां इंसानियत की मिसाल बन गई हैं. वहीं मुख्यमंत्री सुक्खू ने बच्चियों की दरियादिली की खूब तारीफे कीं.
मुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउन्ट्स एक्स पर लिखा ‘लोरेटो कॉन्वेंट तारा हॉल स्कूल, शिमला की दो नन्हीं छात्राओं अहाना वर्मा और जिया वर्मा ने आपदा राहत कोष में अंशदान के लिए अपनी गुल्लक भेंट कर 10229 रुपये और 9806 रुपये का योगदान दिया. मैं इन दोनों बच्चियों के इस अमूल्य योगदान की सराहना करता हूं. प्रदेश के छोटे-छोटे बच्चे भी आपदा प्रभावित लोगों की तकलीफों को कम करने के लिए अंशदान कर मानवता का उत्कृष्ट उदाहरण पेश कर रहे हैं. इन नन्हीं बेटियों का यह प्रयास समस्त समाज के लिए अनुकरणीय एवं प्रेरणादायी है.
गौरतलब है कि प्रदेश में घटी आपदा के बाद मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 51 लाख रुपये डोनेट किए. वहीं उनकी मां संसार देवी ने भी पचास हजार रुपये की सहायता राशि सीएम आपदा कोष में दान दी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक इस आपदा कोष में 180 करोड़ रुपये की राशि जमा हो चुकी है. दूसरी प्रदेश सरकारें और पूरा देश हिमाचल की मदद कर रहा है.