कनाडा (Canada) कई ऐसे भारतीय रईस (Rich Business Men) हैं जो इस देश की अर्थव्यवस्था (Canada Economy) के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं. इन सभी ने कनाडा जैसे देश में रोजगार के अधिक अवसर पैदा किए हैं. भले ही अधिकतर युवा भारत अपने भविष्य को संवारने की चाह लेकर वहां पढ़ने के लिए कनाडा जाते हों लेकिन बहुत से ऐसे लोग भी हुए जो भारत से पढ़ कर कनाडा गए और वहां अपनी कामयाबी से अपने देश का नाम रोशन किया.
तो चलिए आज हम जानते हैं उन इंडो-कैनेडियन (Richest Indo-Canadian Business Men) बिजनेसमेन के बारे में विदेश की धरती पर लहरा रहे हैं भारत का परचम
1. प्रेम वत्स (Prem Watsa)
1950 में हैदराबाद में जन्मे प्रेम वत्स ने 1971−92 में IIT मद्रास से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. इसके बाद वह कनाडा के ऑन्टेरियो चले गए. वहां उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑन्टेरियो से एमबीए की डिग्री ली और 1974 में टोरंटो में Confederation Life Insurance Co. से अपने प्रोफेशनल करियर की शुरुआत की.
1985 में प्रेम वत्स ने फेयरफैक्स की कमान संभाली. शुरू के 15 सालों तक उन्होंने मीडिया से कोई वास्ता नहीं रखा और 2001 में पहली बार उन्होंने इन्वेस्टर कॉन्फ्रेंस कॉल्स की शुरुआत की. कई लोग उन्हें कनाडाई वॉरेन बफेट कहते हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार प्रेम वत्स का कारोबार करीब 1.46 लाख करोड़ का है. उनकी कंपनी का नाम फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग है. उनकी पर्सनल नेटवर्थ करीब 9500 करोड़ रुपये बताई जाती है.
2. स्टीव गुप्ता (Steve Gupta)
350 मिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ स्टीव गुप्ता कनाडा के चौथे सबसे अमीर भारतीय हैं. वह वर्तमान में फोर्ब्स की सूची में दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक हैं. स्टीव गुप्ता ने पैसे कमाने के लिए कनाडा की फैक्ट्रियों और बीमा कंपनियों में भी काम किया है. एक बड़े सपने के साथ, वह अपने लक्ष्य तक पहुंचे और वर्तमान में एक डेवलपर हैं और कई प्रतिष्ठानों के मालिक हैं. 2013 में स्टीव को रॉयल बैंक ऑफ कनाडा से शीर्ष 25 कनाडाई आप्रवासियों में से एक के रूप में पुरस्कार मिला था. पटियाला के स्टीव गुप्ता कनाडा के सबसे बड़ी होटल चेन के मालिक हैं. उनके पास हिल्टन, मैरियट, हॉली डे इन जैसे होटल्स की चेन है.
3. सुरजीत बाबरा (Surjit Babra)
बाबरा कनाडा में एक भारतीय आप्रवासी हैं. उन्होंने कनाडा में उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाया और अपना साम्राज्य स्थापित किया. वह वर्तमान में $300 मिलियन की कुल संपत्ति के साथ कनाडा के शीर्ष सबसे अमीर भारतीयों की सूची में पांचवें स्थान पर हैं.
1979 में, कनाडा जाने से पहले उन्होंने यूनाइटेड किंगडम में ट्रैवल व्यवसाय में अपना करियर शुरू किया. वह वर्तमान में स्काईलिंक ट्रैवल ग्रुप के मलिक हैं.
4. रमेश चोटाई (Ramesh Chotai)
भारत में जन्मे रमेश चोटाई 1972 में कनाडा चले गए. इससे पहले वह फार्मेसी में अपना करियर बनाने के लिए ब्रिटेन गए. वह वर्तमान में वह बायोमेड फार्मास्यूटिकल्स के अध्यक्ष हैं. वह दुनिया के विभिन्न हिस्सों में चिकित्सा और स्वास्थ्य देखभाल उत्पादों की बिक्री में भारतीयों के लिए व्यवसाय भी बनाते हैं.
वह भारत से फार्मास्यूटिकल्स के उत्पादन के लिए अपने आयातित उत्पाद प्राप्त करते हैं और अब रोजगार सृजन के व्यवसाय में हैं. वह निश्चित रूप से दुनिया के सबसे सफल परोपकारियों में से एक हैं, यही वजह है कि उन्हें हिंदू मंदिर और सांस्कृतिक केंद्र के अध्यक्ष के रूप में स्थान मिला.
5. वासु चंचलानी (Vasu Chanchlani)
वासु 7 मिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ कनाडा के सबसे अमीर भारतीयों की सूची में सातवें स्थान पर हैं. वह एक धनी व्यवसायी हैं जो आकर्षक व्यवसायों और फर्मों के मालिक हैं. अरबपति ने चंचलानी फाउंडेशन की स्थापना की जिसका उद्देश्य वैश्विक उत्कृष्टता के लिए व्यक्तियों को प्रेरित करना और पुरस्कृत करना है.
अपने समूह की कंपनियों के अलावा, वह एक परोपकारी व्यक्ति भी हैं जो अपने गृह देश विशेषकर प्रवासी भारतीयों और कनाडा के द्विपक्षीय हितों को पूरा करने का प्रयास करते हैं. वह उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य और सार्वजनिक नीति अनुसंधान में काफी निवेश करते हैं. उन्हें लगभग $7 मिलियन की कुल संपत्ति के साथ शीर्ष 25 सबसे अमीर कनाडाई आप्रवासियों में से एक के रूप में अपनी पहचान बनाई है.
6. बरज एस ढाहन (Barj S Dahan)
बर्ज एस. ढाहान 1967 में कनाडा चले गए. उन्होंने रीजेंट कॉलेज और ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय से डिग्री प्राप्त की. बरज ढाहन सैंडहर्स्ट ग्रुप के मालिक हैं. वह कनाडा के रियल एस्टेट सेक्टर के प्रमुख बिजनेसमैन हैं. इसके अलावा वह दानशीलता के लिए भी फेमस हैैं. उनकी कंपनी को दुनिया के सबसे महंगे होटल स्थापित करने का दर्जा दिया गया है. उनकी कुछ परियोजनाएं 1980 के दशक से भारतीय और कनाडाई दोनों नागरिकों के लिए बहुत फायदेमंद रही हैं.
7. आसा जोहल (Asa Johal)
आसा जोहल 1924 में एक आप्रवासी के रूप में कनाडा आए थे. उन्होंने अपने व्यापारिक उद्यमों के माध्यम से अपनी संपत्ति अर्जित की, जिसने अब कनाडा की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. ब वह किशोर थे तब उन्होंने धन प्राप्त करने की दिशा में प्रयास करना शुरू कर दिया था. आगे चल कर वह कनाडा और दुनिया के सबसे अमीर भारतीयों में से एक रहे. 2021 में उनका निधन हो गया.
8. हरबंस सिंह डोमन (Harbans Singh Doman)
हरबंस सिंह डोमन को हर्ब डोमन के नाम से जाना जाता था. कनाडाई वानिकी उद्योगपति का जन्म 18 अगस्त 1932 को हुआ था. उन्होंने 26 जुलाई 2007 को अपनी मृत्यु से पहले डोमन इंडस्ट्रीज की स्थापना की थी. यहां तक कि उनकी मृत्यु के बाद भी, उन्हें पिछले कुछ वर्षों में अर्जित की गई समृद्धि के कारण अभी भी कनाडा में सबसे अमीर भारतीयों में गिना जाता है.
9. डॉ प्रदीप मर्चेंट (Dr. Pradeep Merchant)
डॉ प्रदीप मर्चेंट ओटावा हॉस्पिटल फाउंडेशन से जुड़े हुए हैं. वह मुंबई से जाकर कनाडा में एक प्रतिष्ठित डॉक्टर के रुप में नाम कमा रहे हैं.