साल 2020 में बांग्लादेश को अंडर -19 विश्व कप जिताने के बाद तंजीम हसन साकिब को भारत के खिलाफ एशिया कप 2023 में पहला वनडे इंटरनेशनल खेलने का मौका मिला था, जिसमें उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था।
महिलाओं के बारे में घटिया बातें
तंजीम ने पिछले साल फेसबुक पर पोस्ट किया था, ‘अगर पत्नी काम करती है तो पति के अधिकार सुनिश्चित नहीं होते। अगर पत्नी काम करती है, तो बच्चे के अधिकार सुनिश्चित नहीं होते हैं। अगर पत्नी काम करती है, तो उसकी सुंदरता खराब हो जाती है। अगर पत्नी काम करती है, तो परिवार बर्बाद हो जाता है। पत्नी काम करे तो घूंघट खराब हो जाता है। यदि पत्नी काम करती है, तो समाज बर्बाद हो जाता है।’
‘…तो अच्छी मां नहीं मिलेगी‘
हाल के वर्षों में बांग्लादेश की आर्थिक वृद्धि को गति देने वाली कपड़ा फैक्टरियों में अधिकांश महिलाएं काम करती हैं। मगर बहुसंख्यक मुस्लिम देश में रूढ़िवादी पितृसत्तात्मक रवैया बना हुआ है। एक अन्य पोस्ट में, तंजीम ने पुरुषों को चेतावनी दी कि यदि उनके बेटों ने एक ऐसी महिला से शादी की जो विश्वविद्यालय में अपने पुरुष मित्रों के साथ स्वतंत्र रूप से घुलने-मिलने की आदी है, तो उन्हें ‘अच्छी’ मां नहीं मिलेगी।’
हरकत में आया बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड
मामला बढ़ने के बाद अब बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड हरकत में आ चुका है। तंजीम हसन साकिब के पोस्ट की जांच की जा रहीं हैं। पेरिस स्थित नारीवादी लेखिका और बिजनेसवुमैन जन्नतुन नईम प्रीति ने लिखा कि, ‘बांग्लादेश टीम की जर्सियां उन फैक्टरियों में बनाई जाती हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं काम करती हैं। मुझे आपके लिए खेद है कि आप अपनी मां को एक सामान्य इंसान नहीं मानते हैं।’