18 सितंबर 2016 एक ऐसी तारीख है, जिसकी याद भर से आंखें आज भी नम हो जाती हैं. उन परिवारों के लोग तो कम से कम इस तारीख को मरते दम तक नहीं भूल सकते, जिन्होंने इस दिन अपने घर के बेटों को खो दिया. दरअसल, ये वो तारीख है जब जम्मू-कश्मीर में बारामुला ज़िले के उड़ी लाइन ऑफ कंट्रोल से सटे हुए इंडियन आर्मी का ब्रिगेड हेडक्वार्टर बर आतंकियों ने छिपकर हमला बोला था. हमला तब हुआ जब सैनिक शिविर में जवान अपने टेंट्स में सोए हुए थे. जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने शिविर में घुसकर ग्रेनेड की बारिश कर दी थी.
कश्मीर में हुए उरी अटैक के 7 साल
ये आतंकी हमला, भारतीय फौज पर हुआ अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला था. इस हमले में शहीद हुए देश के उन वीर सपूतों को तो वापस लाना संभव नहीं है. मगर कम से कम हम उन्हें याद तो कर ही सकते हैं. तो आइए उड़ी हमले में शहीद हुए सेना के जवानों को जानते हैं और उन्हें नमन करते हैं.
1. सूबेदार करनैल सिंह, गांव- शिबू चाक, तहसील-बिशनाह, जिला-जम्मू, जम्मू-कश्मीर
2. हवलदार रवि पॉल, गांव- सांबा, जिला-जम्मू, जम्मू-कश्मीर
3. सिपाही राकेश सिंह, गांव- बद्दजा, जिला कैमूर, बिहार
4. सिपाही जावड़ा मुंडा, गांव- मेराल, जिला- खूटी, झारखंड
5. सिपाही नैमान कुजुर, गांव-गुमला, चैनपुर, झारखंड
6. सिपाही उइकी जनराव, गांव-नंदगांव, अमरावती, महाराष्ट्र
7. हवलदार एनएस रावत, गांव- राजावा, जिला-राजसमंद, राजस्थान
8. सिपाही गणेश शंकर, गांव- घूरापल्ली, संत कबीर नगर, यूपी
9. नायक एसके विद्यार्थी, गांव- बोकनारी, जिला-गया, बिहार
10. सिपाही बिस्वजीत घोरई, गांव- गंगा सागर, जिला- दक्षिण 24 परगना, पश्चिम बंगाल
11. लांस नायक जी. शंकर, गांव- जाशी, जिला- सतारा, महाराष्ट्र
12. सिपाही जी. दालाई, गांव जमुना बलिया, हावड़ा, पश्चिम बंगाल
13. लांस नायक आरके यादव, गांव- बलिया, यूपी
14. सिपाही हरिंदर यादव, गांव- गाजीपुर, यूपी
15. सिपाही टीएस सोमनाथ, गांव- खडानगली, नासिक, महाराष्ट्र
16. हवलदार अशोक कुमार सिंह, गांव- राक्तु टोला, भोजपुर, बिहार
17. सिपाही राजेश कुमार सिंह, जौनपुर, उत्तर प्रदेश
18. सिपाही विकास जनार्दन, गांव पुरद, यावतमाल, महाराष्ट्र
ये सभी जवान देश के अलग-अलग हिस्सो के रहने वाले थे. नम आंखों से सभी को विनम्र श्रद्धांजलि.