नाहन में ‘ब्रह्मकुमारी आश्रम’ में खिला ‘ब्रह्मकमल’, ये है फूल से जुड़ी हिन्दू पौराणिक मान्यता…

: ऐतिहासिक शहर में सैंट्रल जेल के समीप ‘ब्रह्मकुमारी आश्रम’ में सौभाग्यशालियों को ‘ब्रह्मकमल’ के दीदार हुए हैं। चूंकि ये फूल चंद घंटों के लिए ही रात में ही खिलता है, लिहाजा इसके दर्शन भी कम ही लोगों को हो पाते हैं। हालांकि, आश्रम में पहले भी ब्रह्म कमल खिल चुका है, लेकिन इस बार तस्वीरें व वीडियो सामने आए हैं।

आश्रम की बहन दीपशिखा का कहना था कि सालों से फूल का पौधा रोपित है। एक-दो मर्तबा पहले भी ब्रह्म कमल खिल चुका है। एक पत्ता ही बेहद खास तरीके से फूल में तब्दील हो जाता है। चंद घंटों बाद फूल का भव्य रूप बंद हो जाता है। आपको बता दें कि करीब 8-10 साल पहले शहर में सबसे पहले हाउसिंग बोर्ड कालोनी में भरत अग्रवाल के घर ब्रह्मकमल की बहार आ गई थी।

हाउसिंग बोर्ड कालोनी निवासी भरत अग्रवाल बेहद ही धार्मिक प्रवृति के हैं। सेवानिवृत्ति के बाद जीवन का अधिकतर वक्त पूजा-पाठ में ही व्यतीत करते हैं।

उधर, ब्रह्मकमल से जुड़ी कई हिन्दू पौराणिक मान्यताएं भी हैं। ऐसी भी मान्यता है, भगवान ब्रह्मा  ने फूल को उस समय बनाया था, जब भगवान शिव ने गणेश जी के धड़ पर हाथी का मुख लगाया था।

फूल से सृजित अमृत से ही श्री गणेश को पुनः जीवित किया गया था। घर में ब्रह्म कमल खिलने से आर्थिक समृद्धि आती है। ऐसी भी धार्मिक आस्था है कि ब्रह्मकमल को शिवलिंग पर चढ़ाने से भगवान शिव बेहद प्रसन्न होते हैं। पवित्र फूल को घर में रखने से भगवान शिव की विशेष कृपा होती है।