हिमाचल प्रदेश में सत्ता में आने के बाद कांग्रेस लगातार भाजपा पर वित्तीय कुप्रबंधन का आरोप लगा रही है, जिसे लेकर श्वेत पत्र लाने की बात कही गई थी। शनिवार को इसी सिलसिले में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में मंत्री चंद्र कुमार व अनिरुद्ध सिंह के साथ बनाई गई कमेटी की आखिरी बैठक प्रदेश सचिवालय शिमला में हुई।
जानकारी देते हुए उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि श्वेत पत्र को फाइनल कर दिया गया है और विधानसभा सत्र से पहले मुख्यमंत्री को सौंप दिया जाएगा। विधानसभा में लाने और श्वेत पत्र को सार्वजनिक करने का फैसला मुख्यमंत्री का होगा। हालांकि कमेटी ने श्वेत पत्र फाइनल कर दिया है और इसे अंग्रेजी व हिंदी दोनों भाषाओं में जारी किया जाएगा।
वहीं विधानसभा सत्र शुरू होने में कुछ ही दिन बाकी है। ऐसे में पक्ष और विपक्ष विधानसभा सत्र को लेकर पूरी तरह से तैयार नजर आ रहे हैं। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि 18 सितंबर को मुख्यमंत्री आवास में सुबह कांग्रेस विधायकों की बैठक होगी, जिसमें विधानसभा सत्र के लिए रणनीति तैयार होगी।
इस दौरान उन्होंने खुलकर सरकार की उपलब्धियां गिनाई और भाजपा समेत जयराम ठाकुर को निशाने पर लेते हुए कहा कि सरकार विपक्ष के हर सवाल का जवाब सत्र में देगी। प्रदेश पर बड़ी आपदा आई, लेकिन राजनीतिक मकसद से भाजपा इसे नेतृत्व मुद्दा बना रही है।
उधर, इंडिया बनाम भारत की बहस के बीच उपमुख्यमंत्री मुकेश ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा का यह दाव हिमाचल प्रदेश में नहीं चलेगा। कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में OPS को बहाल किया, जिसके बदले केंद्र सरकार ने प्रदेश के कर्ज लेने की सीमा ही घटा दी। मुकेश अग्निहोत्री ने केंद्र सरकार पर OPS विरोधी होने का भी आरोप लगाया है।