हिमाचल प्रदेश के टांडा मेडिकल कॉलेज में हृदय शल्य चिकित्सा केन्द्र स्थापित किया गया है। यह केन्द्र 25 सितम्बर, 2023 से कार्यशील हो जाएगा। ये जानकारी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने दी है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इसके मेडिकल कॉलेज के सीटीवीएस विभाग में ओपन हार्ट सर्जरी शुरू की जाएंगी। इसके लिए अटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सुपर स्पेशलिटी शिमला के विशेषज्ञों का दल भी सहयोग करेगा।
मेडिकल कॉलेज में हृदय शल्य चिकित्सा केन्द्र स्थापित होने से विशेष तौर पर प्रदेश के निचले क्षेत्र के लोगों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित हो सकेंगी। खास बात ये है कि हिमाचल सरकारी क्षेत्र में “ओपन हार्ट सर्जरी” की सुविधा प्रदान करने वाले देश के चुनिंदा राज्यों में शामिल है। वर्ष 2005 में इंदिरा गांधी राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय, शिमला ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा उपलब्ध करवाने वाला पहला संस्थान बना। यह हिमाचल जैसे राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी,उस समय उत्तरी भारत में सरकारी क्षेत्र में ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा केवल मात्र पीजीआई चण्डीगढ़ एवं शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंसेज श्रीनगर में ही उपलब्ध थी।
18 वर्षों के उपरान्त आज भी उत्तरी भारत के राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालयों में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसके विपरीत आईजीएमसी शिमला ने इस क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है और प्रतिमाह यहां 20 से 25 ओपन हार्ट सर्जरी की जाती हैं तथा इनकी सफलता की दर 95 प्रतिशत से अधिक रही है। उन्होंने कहा कि सभी आयु वर्ग के पात्र मरीजों को विभिन्न योजनाओं के तहत हृदय रोग से संबंधित निःशुल्क उपचार की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में चार हजार से अधिक रोगियों की ओपन हार्ट सर्जरी की जा चुकी हैं।