अगर आप आज अपने घर के पास की राशन की दुकान पर जाएंगे और पूछेंगे, ‘Lahori Zeera है?’ तो जवाब मिलेगा कि लोग Cola छोड़कर लाहौरी ज़ीरा ही पीना पसंद कर रहे हैं. अचानक से बाज़ार में एंट्री मारकर इस ड्रिंक ने क्रांति ला दी है! आज हम आपको बताएंगे Lahori Zeera Success Story.
कैसे बनता है Lahori Zeera?
आमतौर पर कोल्ड ड्रिंक्स या Beverages में केमिकल्स आदि मिलाया जाता है. लेकिन लाहौरी ज़ीरा का प्राइमरी इंग्रीडिएंट है- सेंधा नमक. स्थानीय वस्तुओं को मिलाकर तैयार किया जाता है लाहौरी ज़ीरा. ये कोला आदि के बजाए कुछ ठंडा पीने का हेल्दी ऑपशन है, स्वाद भी लाजवाब है, इसी वजह से इसकी लोकप्रियता काफ़ी बढ़ी है.
लाहौरी ज़ीरा की शुरुआत कैसे हुई?
तीन भाई (Cousins) बैठे थे, घर की रसोई में गए और बन गया लाहौरी ज़ीरा. मज़ाक नहीं कर रहे हैं, ऐसे हुई लाहौरी ज़ीरा ड्रिंक की शुरुआत. सौरभ मुंजाल ने अपने दो कज़न्स सौरभ भूतना और निखिल डोडा के साथ मिलकर लाहौरी ज़ीरा ड्रिंक की शुरुआत की. 2017 में Archian Foods की शुरुआत भारत अच्छे स्वाद वाले देसी ड्रिंक्स बनाने की नीयत से की गई थी. इस कंपनी ने ग्रामीण और शहरी दोनों बाज़ारों को ही टारगेट किया.
लाहौरी नाम के पीछे की वजह?
Your Story से बात-चीत के दौरान कंपनी के CEO सौरभ मुंजाल ने कहा, ‘हमारे सारे प्रोडक्ट्स इंडियन किचन और स्ट्रीट फ़ूड से ही प्रेरित हैं. हमने अपने ड्रिंक्स को इसी वजह से पारंपरिक नाम दिए. हमारे हर प्रोडक्ट का Key Ingredient है Rock Salt या लाहौरी.’
सौरभ मुंजाल और साथी जो ड्रिंक्स बनाते हैं उसमें Lahori नाम कॉमन है. जैसे- लाहौरी ज़ीरा के अलावा ये कंपनी, लाहौरी नींबू, लाहौरू कच्चा आम, लाहौरी शिकंजी भी बनाती है.
मुंजाल ने ये भी कहा कि कुछ लोग आर्टिफ़िशियल फ़्लेवर्ड ड्रिंक्स पसंद करते हैं लेकिन नैचुरल ड्रिंक्स को मात देना थोड़ा मुश्किल है.
किसने बनाई लाहौरी ज़ीरा?
सौरभ मुंजाल के कज़न निखिल डोडा और उनके परिवार को खाना बनाने में दिलचस्पी है. मुंजाल ने कहा, ‘निखिल हमेशा घर में मौजूद चीज़ों से ड्रिंक्स बनाते हैं और उनके साथ एक्सपेरिमेंट्स करते हैं. रसोई में मौजूद मसालों से ही ड्रिंक्स बनाते हैं.’
एक बार निखिल ने सौरभ मुंजाल और सौरभ भूताना को ज़ीरा ड्रिंक पिलाया. इसके बाद तीनों भाइयों ने इस ड्रिंक को कमर्शियली बेचने का प्लान बनाया और 2017 से लाहौरी ज़ीरा की शुरुआत हुई.
लाहौरी ज़ीरा बनाने वाली कंपनी का सालाना टर्नओवर
शुरुआत में एक दिन में 96,000 बोतलें मैन्युफ़ेक्चर होती थीं लेकिन ये 2022 तक बढ़कर 12,00,000 हो गईं. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी अब रोज़ाना 20,00,000 बोतलें मैन्यूफ़ेक्चर करती है. पंजाब से शुरु हुई इस छोटी सी कंपनी को देशभर के लोगों ने पसंद किया.
FY21 में कंपनी का टर्नओवर 80 करोड़ था. FY22 में 250 करोड़. FY23 में 1000 करोड़ का टर्नओवर प्रेडिक्ट किया गया है.
Success Story of Lahori Zeera
रूपनगर, पंजाब में लाहौरी ज़ीरा बनाया जाता है. ये स्टार्ट अप देशभर में प्लांट्स खोलने का प्लान कर रहा है. लाहौरी ज़ीरा पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में काफ़ी पसंद किया जाता है. 2022 में 8 अन्य राज्यों के बाज़ार में इसे उतारा गया. 2022 के अनुसार ये स्टार्ट अप 500 से ज़्यादा डिस्ट्रिब्यूटर्स को अपने प्रोडक्ट्स भेजता है.