सोलन में 20 फरवरी को नेशनल डीवॉर्मिंग डे मनाया जाएगा। इस विशेष अभियान की जानकारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी अमित रंजन ने मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि भारत में लाखों बच्चे पेट के कीड़ों की समस्या से जूझ रहे हैं, जिससे उनकी भूख, पोषण स्तर और शारीरिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ये कीड़े शरीर से जरूरी पोषक तत्वों को सोख लेते हैं, जिससे बच्चों में कमजोरी, खून की कमी और पढ़ाई में रुचि की कमी देखी जाती है।स्वास्थ्य विभाग इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए विशेष अभियान चला रहा है। इस अभियान के तहत स्कूलों और अन्य शिक्षण संस्थानों में जाकर 1 से 19 साल तक के बच्चों को एलबेंडाजोल की दवा दी जाएगी, ताकि उनके स्वास्थ्य में सुधार हो सके।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी अमित रंजन ने बताया कि यदि बच्चे समय पर डीवॉर्मिंग की दवा नहीं लेते हैं, तो उनके शरीर में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कमजोरी, खून की कमी और रोग प्रतिरोधक क्षमता में गिरावट। इसी को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग स्कूली बच्चों को यह जरूरी खुराक देने का अभियान चला रहा है।इसलिए, सभी अभिभावकों और शिक्षकों से अनुरोध है कि वे बच्चों को इस दवा का सेवन अवश्य करवाएं, ताकि वे स्वस्थ, ऊर्जावान और भविष्य के लिए मजबूत बन सकें।
बाइट जिला स्वास्थ्य अधिकारी अमित रंजन