सोलन शहर कहने को जिला है इसे चुनावों के दौरान आधुनिक बनाने की बात की जाती है। लेकिन आप को जानकर हैरानी होगी की अभी तक सोलन शहर पूरी तरह से सीवरेज सिस्टम से जुड़ नहीं पाया है। आज से 20 वर्ष पहले करीबन 22 करोड रूपये सोलन की सीवरेज सिस्टम पर खर्च किए गए थे। गौर तलब है कि सोलन को विभाग द्वारा तीन ज़ोन में बांटा गया था। इसके तहत सबसे पहले कोटला नाला, राजगढ़ रोड और टैंक रोड सहित अस्पताल रोड व बाजार के कुछ क्षेत्रों को बी जोन में डालकर कार्य शुरू किया गया। लेकिन कुछ चंद लोगों ने ही सीवरेज का कनेक्शन लिया। अब नगर निगम और आईपीएच विभाग के दूरदर्शी अधिकारियों ने समूचे सोलन शहर को सीवरेज सिस्टम से जोडने का निर्णय लिया है और इसके लिए डीपीआर भी तैयार कर ली गई है। यह जानकारी नगर निगम कमिश्नर एकता कप्टा ने मीडिया को दी।
नगर निगम कमिश्नर एकता कप्टा ने बताया कि सोलन में ज़्यादा तर ऐसे घर है जहां आज भी सेप्टिक टैंक नहीं है और गंदगी शहर में फैली रहती है। इस लिए आई पी एच विभाग और नगर निगम ने यह निर्णय लिया है कि जल्द ही सोलन शहर को सीवरेज सिस्टम से जोडा जाए। जिसको लेकर डीपीआर भी तैयार कर ली गई है। इस डीपीआर की ख़ास बात यह है कि इसमें सोलन शहर के सभी वार्डों को सीवरेज सिस्टम से जोड़ने का प्रस्ताव रखा गया है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में एसटीपी बनाए जाएंगे इस योजना पर करीबन दो सौ करोड़ रूपये अनुमानित खर्च आएगा। इस डीपीआर को उच्च अधिकारियों को भेज दिया गया है।