सोलन के ऐतिहासिक दयानंद आदर्श विद्यालय द्वारा आज अपनी स्थापना के 101 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक भव्य रैली का आयोजन किया गया। रैली में विद्यालय के सैकड़ों छात्रों ने भाग लिया, जिन्होंने भगवा वस्त्र धारण कर आर्य समाज की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प दोहराया।कार्यक्रम में विद्यालय की प्रधानाचार्या ऊषा मित्तल बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहीं। उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए आर्य समाज की मूल भावना, उद्देश्यों और विद्यालय की स्थापना से जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों पर प्रकाश डाला। रैली के दौरान छात्रों ने आर्य समाज अमर रहे , स्वामी दयानंद अमर रहें जैसे नारों से पूरे शहर को गुंजायमान कर दिया, जिससे लोगों में उत्साह और जिज्ञासा का माहौल बना रहा। प्रधानाचार्या ऊषा मित्तल ने बताया कि यह विद्यालय स्वामी श्रद्धानंद के पुत्र द्वारा 101 वर्ष पहले दो कमरों में शुरू किया गया था। उस समय इसका उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से समाज में सुधार और जागरूकता लाना था। आज वही विद्यालय एक विशाल शिक्षण संस्थान बन चुका है, जो न केवल शिक्षा में अग्रणी है बल्कि संस्कार और सामाजिक मूल्यों को भी आगे बढ़ा रहा है। प्रधानाचार्या ने कहा कि आर्य समाज एक आंदोलन है, जिसे गति देने और जीवित रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है। उन्होंने यह भी बताया कि विद्यालय की प्रगति में छात्रों, अध्यापकों और समाज की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही है।बाइट प्रधानाचार्या ऊषा मित्तल