हिमाचल प्रदेश में पिछले वर्ष की तुलना में इस बार सेब की फसल आधी है और प्राकृतिक आपदा की मार भी बागवानों को इस बार झेलनी पड़ी है। बावजूद इसके अभी तक मंडियों में 1 करोड़ 75 लाख सेब की पेटियां पहुंच गई है, जबकि एमआईएस के तहत भी 51 हजार मीट्रिक टन सेब एचपीएमसी और हिमफेड ने खरीद लिया है।
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने प्राकृतिक आपदा से बेहतरीन ढंग से निपटते हुए सेब की फसल को मंडियों तक पहुंचाने का काम किया है। जबकि विपक्ष सेब की फसल सड़ने के बेबुनियाद आरोप लगा रहा था। किलो के हिसाब से सेब बेचने का विरोध हो रहा था, लेकिन सरकार ने किलो के हिसाब से सेब बेचने का निर्णय लागू किया और बागवानों को अच्छे दाम मिले हैं।
बागवानों से एमआईएस के तहत भी एचपीएमसी और हिमफैड भी सेब प्रीक्योर कर रहा है। एमआईएस के तहत खरीदे गए सेब की बागवानों की 40 करोड़ की देनदारी बाकी है। 40 करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं शेष देनदारी को भी सरकार शीघ्र दे देगी।