हिमाचल में पकड़ी लाखों की नकली व प्रतिबंधित दवाइयां, सेप्टिक टैंक में छुपाया था जखीरा

जिला मुख्यालय की ग्राम पंचायत बसोली में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर नकली और प्रतिबंधित दवाओं का बड़ा जखीरा बरामद करने में सफलता हासिल की है। फ़िलहाल पुलिस ने दवाओं को लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस की छापेमारी से ठीक पहले इन दवाओं को जलाने का भी प्रयास किया गया, जिसके चलते लाखों की संख्या में टैबलेट्स जले हुए भी बरामद किए गए हैं।

नकली व प्रतिबंधित दवाइयां

पुलिस को मिली सूचना के अनुसार जिस व्यक्ति की प्रॉपर्टी से यह प्रतिबंधित और नशीली दवाइयां बरामद हुई हैं वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। मास्टरमाइंड द्वारा बसोली और चताड़ा रोड पर खरीदी गई एक प्रॉपर्टी में बनाए गए सेप्टिक टैंक में से दवाओं को रैप करने वाले पेपर रोल भी बड़ी मात्रा में बरामद हुए हैं। जानकारी है कि वह करीब 25 साल से इसी जगह पर अपने परिवार सहित रह रहा है।

ये भी सामने आया है कि कई साल पहले यह यहां पर निजी मेडिकल प्रैक्टिशनर के तौर पर भी काम करता था, जबकि उसके बाद एक निजी स्कूल भी खोला। फ़िलहाल पुलिस द्वारा ये पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि इन दवाओं का निर्माण आखिर कहां किया जा रहा था और कौन-कौन लोग इस रैकेट में शामिल हैं।  हालांकि अभी तक पूरे मामले का मास्टरमाइंड व्यक्ति पुलिस के हाथ नहीं लगा है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार भाटिया ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस इस मामले की विस्तृत जांच में जुटी है। फ़िलहाल सभी दवाइयां कब्जे में ली गई है, जिन्हें फॉरेंसिक लैब जांच के लिए भेजा जाएगा। इसके साथ-साथ जली हुई दवाइयों को भी कब्जे में लेकर जांच की जा रही है।