हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट(Himachal Pradesh High Court) को तीन नए जज (Judge)मिले हैं। केंद्र सरकार ने शुक्रवार देर शाम को हिमाचल हाईकोर्ट के जज के रूप में रंजन शर्मा, बिपिन चंद्र नेगी और राकेश कैंथला की नियुक्ति की अधिसूचना जारी की। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम (Supreme Court Collegium) ने हाल ही में इन तीनों की नियुक्ति की सिफारिश की थी। रंजन शर्मा और बिपिन चंद्र नेगी वरिष्ठ अधिवक्ता हैं, जबकि राकेश कैंथला न्यायिक सेवा से आए हैं। इसके साथ ही हाईकोर्ट में सिर्फ जस्टिस सहित अब जजों की संख्या 12 हो गई है।
अब अपने मोबाइल पर सबसे पहले पाएं हिमाचल की ताजा खबरें, यहां क्लिक कर ज्वाइन करें हमारा WhatsApp Group
रंजन शर्मा 11 दिसंबर 1991 को एक वकील के रूप में नामांकित हुए थे। 29 मार्च 2019 को इन्हें हाईकोर्ट की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता का दर्जा दिया गया था। रंजन शर्मा अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।
बिपिन चंद्र नेगी भी पिछले 28 सालों से वकालत कर रहे हैं। उन्हें 1994 में अधिवक्ता के रूप में नामांकित किया गया था। हाईकोर्ट ने उन्हें कई मामलों में न्याय मित्र नामित किया है। उन्हें कानून की विभिन्न शाखाओं का ज्ञान है और हाईकोर्ट व जिला अदालत में उपस्थित होते रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने उनके व्यवहार और पेशेवर अंदाज को देखते हुए हाईकोर्ट जज(High Court Judge) के लिए पात्र माना है।
राकेश कैंथला की 7 अगस्त 1995 को न्यायिक सेवाओं में नियुक्ति हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने माना कि कैंथला की व्यक्तिगत और पेशेवर छवि अच्छी है। उनकी कर्तव्यनिष्ठ और रिकॉर्ड को देखते हुए उन्हें भी सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति के लिए उपयुक्त माना है। राकेश कैंथला अभी जिला एवं सत्र न्यायाधीश मंडी में सेवाएं दे रहे हैं।