राजधानी में पिछले दो दिनों में दो युवक नदी में बहने से काल का ग्रास बन गए। नदी किनारे प्रशासन द्वारा चेतावनी चिन्ह लगाने के बावजूद भी लोग नदी में जाने से नहीं रुक रहे है। इस समस्या को हल करने के लिए हिमाचल पुलिस (himachal police) द्वारा एक नई कवायद शुरू करने का निर्णय लिया गया है। शिमला पुलिस (shimla police) ने जिला के अंतर्गत आने वाली नदियों के किनारे दुर्घटना संभावित स्थानों पर रेस्क्यू रेंजर्स को नियुक्त करने का निर्णय लिया है।
एसपी संजीव गांधी का कहना है कि बरसातों में नदियों का बहाव तेज होता है। जलस्तर भी अधिक होता है। ऐसे में युवा पानी में अठखेलियां करने के लिए आकर्षित हो जाते हैं, जिसके चलते पहले भी कईं बड़े हादसे हो चुके है। जिनमें खासकर युवा अपनी जान गंवा चुके है।
हादसों को रोकने के लिए शिमला पुलिस जिला के अंतर्गत आने वाले ब्लैक स्पॉट्स पर रेस्क्यू रेंजर्स की नियुक्ति करेगी जो आम लोग खासकर युवाओं को नदी किनारे जाने से रोकेगी। इसके अलावा इन जगहों पर चेतावनी पट भी लगाए जाएंगे। ताकि पर्यटकों और आम लोगों के जीवन को बचाया जा सके।