सोलन में 12 बावड़ियों में से 3  बावड़ियों के सैम्पल फेल : पीने योग्य नहीं है पानी : अमित रंजन

सोलन में जल जनित रोग बेहद बढ़ते जा रहे हैं परवाणु  में फैला डायरिया इसका एक ज्वलंत उदाहरण है।  परवाणु में फैले डायरियां का  सबसे बड़ा और मुख्य कारण पानी का प्रदूषण है।  पानी प्रदूषित होने की वजह से परवाणु में लगातार डायरिया फैल रहा था। यही कारण है कि  अब स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट नजर आ रहा है। सोलन शहर धर्मपुर और परवाणु  में  जितने भी प्राकृतिक स्रोत हैं उनकी टेस्टिंग करवाई  जा रही  है   गौर तलब है कि प्राकृतिक स्त्रोतों के काफी सैम्पल फेल पाए जा रहे है। इन बावड़ियों का पानी पीने लायक नहीं है।
अधिक जानकारी देते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी  अमित रंजन ने बताया कि सोलन शहर में  12 बावड़ियों  से पानी के सैंपल भरे गए थे उनसे में से 9 का पानी पीने लायक है और 3 के  सैंपल फेल हो गए हैं इन बावड़ियों में  नगर निगम को निर्देश  दिए गए हैं कि वहां पर उचित बोर्ड लगाया जाए और बताया जाए कि यह पानी पीने लायक नहीं है उन्होंने सभी से आग्रह किया है कि पानी को कम से कम 20 मिनट उबाल कर दिए हैं अगर ऐसा नहीं करते हैं तो वह भी डायरिया के शिकार हो सकते हैं वहीँ उन्होंने कहा कि पानी को पहले फिलटर करें और उसके बाद पानी को उबाल कर पिएँ।