हालांकि, मंगलवार सुबह प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मौसम खुशगवार रहा, लेकिन कुदरत का कहर थम नहीं रहा। बीती रात शामती इलाके में बादल फटने जैसी घटना के कारण तबाही हुई थी। ताजा घटनाक्रम में ये खुलासा हुआ है कि साईं मंदिर से काली माता मंदिर तक करीब एक किलोमीटर के क्षेत्र में सड़क से ऊपरी तरफ करीब दो दर्जन घरों में दरारें आ गई हैं। शीशे चटक रहे हैं तो दीवारें दरक रही हैं।
प्रशासन ने घरों को खाली करवा लिया है। आनन फानन में लोगों ने घरों का सामान निकालना शुरू कर दिया। प्रशासन के स्तर पर सपरून गुरुद्वारे में लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है। उधर, सोलन-राजगढ़ मार्ग भी अवरुद्ध है। एक किलोमीटर के इलाके में भूस्खलन होने की स्थिति में शहरवासियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
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उधर, सड़कें अवरुद्ध होने की वजह से किसानों को बेशकीमती टमाटर की फसलों को सोलन मंडी तक पहुंचाने में खासी दिक्कत आ रही है। टमाटर की खेप कम पहुंचने के कारण एक क्रेट की कीमत 3300 रुपए तक भी पहुंच गई थी।
उल्लेखनीय है कि प्रशासन ने शामती में भूस्खलन के बाद करीब आधा दर्जन नीचे की तरफ के घरों को खाली करवाया था।मौके पर एसडीएम डेरा डाले हुए है।