अनुराग ठाकुर पर हुए हमलावर कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा के लिए मांगें वोट….
विकास की रिकार्ड बुक की जगह खाली कॉपी लेकर चुनावों में उतरे हैं अनुराग: सुक्खू
Anchor: आज देहरा में सियासी उफान आया। यहां मुख्यमंत्री सुक्खू ने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा के लिए वोट मांगे। तो वहीं नेता प्रतिपक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को भी घेरा। लेकिन यह दौरा तब हवा के छोंके से तूफान बन गया जब निर्दलीय विधायक होशियार सिंह का इसमें नाम आया। देहरा के ढलियारा में एक राजनीतिक सभा में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देहरा से निर्दलीय विधायक होशियार सिंह को जमकर घेरा। बोले यह होशियारी सिंह ने तो जनता को भोंदू समझ रखा है। सीएम सुक्खू ने कहा कि जब निर्दलीय चुनाव जीतकर आए तो होशियारी सिंह ने होशियारी दिखानी शुरु कर दी। सीएम सुक्खू ने कहा जब मैं देहरा आया तो मैंने कहा था कि देहरा मेरा, पहले कहावत थी कि देहरा कोई नहीं तेरा। बोले आजाद विधायक थे किसी भी पार्टी के साथ जा सकते थे। लेकिन हमें समर्थन कर रहे थे। फिर बिना बोले ही समर्थन वापिस ले लिया। देश के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि जो आपके वोट से चुन कर गया वो विधानसभा के गेट पर बैठकर बोल रहे हो कि हमारा इस्तीफा स्वीकार करो। फिर हाईकोर्ट में चले गए वहां भी केस चला हुआ है। अब विधानसभा अध्यक्ष कानून के हिसाब से फैसला करेंगे।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि होशियार सिंह एक दिन कह रहे थे कि 15 करोड़ रूपए मेरे महीने का खर्चा है। फिर 15 करोड़ रुपए लिए क्यों जब महीने का खर्चा 15 करोड़ रूपए है। एक महीने तक देहरा क्यों नहीं आए निर्दलीय विधायक होशियार सिंह। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्होंने एफेडेफिट फाइल किया है उसमें टोटल इनकम ही प्रॉपर्टी 3 करोड़ रुपए बताई गई है। यहां भी विधायक ने जनता से झूठ बोला है। जो व्यक्ति झूठ बोलता है वो कभी सच्चा सेवक नहीं बन सकता है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने पूछा कि आप इस्तीफा दे क्यों रहे हैं। क्या आप देहरा से दोबारा चुनाव नहीं लड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि आपने बहुत पाप कर लिए हैं इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं। जनता को बहुत बेवकूफ बनाया अब देहरा से दोबारा चुनाव नहीं लडूंगा। देहरा के निर्दलीय विधायक होशियार सिंह को बीजेपी ने राजनीतिक मंडी से खरीदा है। वो बीके हुए विधायक हैं तब इस्तीफा दे रहे हैं। अगर आपके काम नहीं होते तो बताते 2 करोड़ रूपए एमएलए का फंड है। 25 लाख रूपए आपको डिक्सनिश्री फंड मिलता है। कहते थे कि हमें सम्मान नहीं मिलता था। लेकिन बीजेपी के भरे हुए अटैची से सामान उनको मिल गया। मुख्यमंत्री सुक्खू ने जनता से कहा कि आपको उनसे पूछना चाहिए कि आप इस्तीफा क्यों दे रहे हैं। जो यह बिके हुए विधायक हैं इनके सामने भी शर्तें रखी गई है कि आपने पैसा लिया है अब इस्तीफा दो। बीजेपी बोल रही है कि तुम्हारी विधायकी को हमनें खरीदा है इस्तीफा दो। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि हम तो ऐसे बिके हुए आदमी को मुंह ही नहीं लगाते।
यह चुनाव मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए नहीं है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि आचार संहिता के बाद देहरा में कई ऑफिस खोलने जा रहा हूं। इन सभी के खिलाफ षड्यंत्र रचकर कुर्सी गिराने की एफआईआर दर्ज की गई है। जो बिका विधायक अपनी जुबान बेच दे ईमान बेच दे वो सच्चा सेवक कभी नहीं हो सकता।
हमीरपुर संसदीय सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी सतपाल सिंह रायजादा के साथ मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने ढलियारा में जनसभा की। इस मौका पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने कहा कि सांसद अनुराग ठाकुर भी ऐसे सांसदों में शुमार रहे जिन्होंने आपदा के समय संसदीय क्षेत्र और हिमाचल के लिए न तो राहत राशि की मांग केंद्र में उठाई और न ही वह जनता की दुख की घड़ी में हिमाचल आए। उन्हें जनता के दुख तकलीफ से कोई नाता नहीं है। उन्होंने कहा कि हमेशा झूठ की राजनीति करना और दूसरों के कार्यों को अपना बताकर श्रेय लेने का काम अनुराग ठाकुर शुरू से ही करते आ रहे हैं। हद तो अब हो गई है जब मेरे द्वारा करवाए कार्यों को भी अनुराग अपना बताते फिर रहे हैं और हसीं का पात्र बन रहे हैं। सुक्खू ने कहा कि अनुराग हर बार की तरह इस बार भी विकास की रिकार्ड बुक के नाम पर खाली कॉपी लेकर जनता के बीच उतरे हैं। पहले अपने पिता के नाम पर चुनावों में जीतते रहे और फिर मोदी के नाम पर। अब भी अनुराग सिर्फ मोदी के सहारे चुनाव मैदान में है जबकि उनकी अपनी कोई उपलब्धि नहीं है। हमारी सरकार को केवल 14 माह का कार्यकाल हुआ है लेकिन फिर भी हम अपने कामों की लम्बी फेहरिस्त लेकर चुनावों में उतरे हैं लेकिन अनुराग केवल मोदी के नाम का रट्टा मारकर जनता से वोट हासिल करने की जुगत में है। 4 बार सांसद रहने के बावजूद अनुराग के पास कोई उपलब्धि नहीं है। इस बार जनता उन्हें मौका नहीं देगी। सुक्खू ने कहा कि सतपाल सिंह रायजादा हमेशा सच और जनता के हित की राजनीति करते आए हैं। विधायक रहते हुए रायजादा अपना वेतन भी अत्यंत निर्धन परिवारों में बांटते रहे। वहीं दूसरी ओर अनुराग हैं जिन्होंने वोटें तो लीं लेकिन उसके बाद कभी भी संसदीय क्षेत्र की जनता को कुछ नहीं दिया।
5 साल बाद चुनावों में ही दिखाई पड़ते हैं अनुराग: रायजादा
कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल सिंह रायजादा ने कहा कि राजनीति मेरे लिए कमाई का जरिया नहीं है। यहां सिर्फ मैं जनसेवा के लिए आया हूं। झूठ बोलना मुझे आता नहीं और जनता से दूर मैं रह नहीं पाता। हर किसी के दरवाजे मेरे लिए खुले रहते हैं चाहे फरियादी किसी भी पार्टी विशेष से संबंध रखता हो। उन्होंने कहा कि 4 बार सांसद रहे अनुराग ठाकुर ने हमेशा ही संसदीय क्षेत्र की जनता को छला है। संसदीय क्षेत्र के लिए कोई काम चारों बार सांसद रहने के बावजूद नहीं करवाया। उन्होंने कहा कि जीत के बाद अनुराग संसदीय क्षेत्र से तो गायब हो ही जाते हैं और साथ ही अपने कार्यकत्र्ताओं को भी वह 5 साल बाद सिर्फ चुनावों में ही मिलते हैं। उन्होंने कहा कि जनता अपनी आंखे खोल चुकी है और अब भाजपा कार्यकत्र्ताओं को भी आंखे खोल लेनी चाहिए। अपने मतलब के लिए ही चुनावों में दर्शन देने के लिए प्रकट होने वाले अनुराग ठाकुर को करारा जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि संसद में एक बार भी अनुराग ने हिमाचल या संसदीय क्षेत्र से जुड़ा कोई विषय नहीं उठाया है। यही कारण है कि कभी कोई ऐसा विडियो सार्वजनिक नहीं हुआ जिसमें अनुराग संसदीय क्षेत्र की बात कहते दिखे हों। इससे पहले सतपाल सिंह रायजादा ने ऊना विधानसभा क्षेत्र के तहत मैहतपुर-बसदेहड़ा में मतदाताओं से उनके घरद्वार पहुंचकर मत मांगे। इस दौरान जनता ने उन्हें ऊना से प्रचंड लीड के साथ जीत दिलवाने का भी ऐलान किया।