-
Copyright: Twitter/Congress
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष पद पर बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह के चुने जाने और पहलवान साक्षी मलिक के संन्यास लेने को कांग्रेस ने देश के खेल इतिहास का ‘काला अध्याय’ करार दिया है.
शुक्रवार को नई दिल्ली में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में कांग्रेस नेता और ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज़ विजेंदर सिंह और रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाए.
विजेंदर सिंह ने कहा, “खेल जगत इस (साक्षी मलिक के संन्यास) से बहुत दुखी है. हम इस मामले को लेकर हर खिलाड़ी, स्टेडियम और अखाड़े में जाएंगे और उनसे महिला सुरक्षा, एथलीटों के रोज़गार के बारे में बात करेंगे. हम उनके साथ कंधा मिलाकर खड़े हैं और आगे भी रहेंगे.”
वहीं रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ”ये देश का दुर्भाग्य है कि हरियाणा के साधारण किसान परिवार की जिस बेटी ने पहला ओलंपिक मेडल जीता, उसे आज मोदी सरकार के दबदबे ने वापस घर जाने पर मजबूर कर दिया है.”
उन्होंने कहा, ”पहलवान बेटियां न्याय मांगने के लिए जंतर-मंतर पर बैठी रहीं लेकिन बीजेपी सरकार ने उन्हें दिल्ली पुलिस के जूतों से कुचलवाया. जबकि महिला पहलवानों ने खुद न्याय की गुहार पीएम मोदी, गृह मंत्री और खेल मंत्री से लगाई थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एफ़आईआर तो दर्ज हुई लेकिन बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह की गिरफ़्तारी नहीं हुई.”
टी की आंख से निकला हर आंसू मोदी सरकार की बेशर्मी का प्रमाण है.
पार्टी ने बीजेपी के नारे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ नारे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि बीजेपी का नारा है, ‘‘बेटी रुलाओ, बेटी सताओ और बेटियों को घर बिठाओ.’’
-
इसराइली हमलों से उत्तरी ग़ज़ा के सारे अस्पताल ठप्प, डब्ल्यूएचओ ने दी ये जानकारी
इसराइल पर सात अक्टूबर को हुए हमास के हमले के बाद जवाबी कार्रवाई से ग़ज़ा में हालात बहुत ख़राब हो गए हैं.
ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक़, इन हमलों में अब तक बीस हज़ार फ़लस्तीनियों की मौत हो चुकी है.
इसके साथ ही उत्तरी ग़ज़ा में स्वास्थ्य तंत्र बिलकुल ठप्प हो चुका है.
अब से थोड़ी देर पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि कि उत्तरी ग़ज़ा में अब कोई अस्पताल नहीं बचा है, जो काम करने की स्थिति में हो.
ग़ज़ा के दक्षिण की तरफ़ भी भीषण जंग जारी है, वहां इसराइल ने फ़लस्तीनियों से कहा है कि वो ख़ान यूनिस शहर के आसपास की जगह खाली कर दें.
फ़लस्तीनी इलाक़े में मौजूद विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉक्टर रिचर्ड पीपरकॉन ने ग़ज़ा के हालात के बारे में विस्तार से बताया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि पूरे ग़ज़ा में करीब 36 अस्पताल हैं, जिसमें से केवल नौ काम कर रहे हैं. ये सभी ग़ज़ा के दक्षिणी हिस्से में हैं. उत्तर में कोई अस्पताल नहीं है जो काम कर रहा हो.
अल-अहली एकमात्र अस्पताल बचा था, जो किसी तरह से काम कर रहा था, लेकिन अब वहां भी नए मरीज़ भर्ती नहीं किए जा रहे हैं.
अल-शिफ़ा, अल-अवदा और अल-शहाबा अस्पताल में भी यही हाल है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है, ”अल अहली अस्पताल का अब केवल ढांचा ही बचा है. दो दिन पहले उत्तरी ग़ज़ा में ये एकमात्र अस्पताल था, जहां घायलों की सर्ज़री हो रही थी और यहां के इमरजेंसी वार्ड में बड़ी संख्या में लोग आ रहे थे.
लेकिन अब यहां का ऑपरेशन थिएटर काम नहीं कर रहा है, क्योंकि न तो ईंधन हैं, न बिजली, न मेडिकल सप्लाई और न स्वास्थ्यकर्मी या डॉक्टर और सर्ज़न.
अब यह अस्पताल काम करना पूरी तरह बंद कर चुका है. अब यहां बस कुछ लोग हैं, जो इसकी छत के नीचे सिर छिपाए हुए हैं.
-
भारतीय कुश्ती महासंघ: बृजभूषण सिंह के क़रीबी की अध्यक्षता वाले पैनल ने रद्द किए एडहॉक पैनल के सारे फ़ैसले
Copyright: ANIभारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के नवनिर्वाचित पैनल ने पिछले कुछ महीनों से काम कर रहे एडहॉक पैनल के लिए सारे फ़ैसलों को रद्द कर दिया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, गुरुवार को चुनाव जीतने के बाद नई दिल्ली के एक होटल में डब्ल्यूएफआई के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों की एक बैठक बुलाई गई.
नवनिर्वाचित पैनल ने भूपिंदर सिंह बाजवा के नेतृत्व वाले एडहॉक पैनल ने हाल में ओलंपिक खेलों के लिए खिलाड़ियों के चयन के मानदंड बदल दिए थे. साथ ही जयपुर में सीनियर नेशनल चैंपियनशिप कराने का एलान किया था.
इस बैठक में कुल 15 निर्वाचित प्रतिनिधियों में से 13 ने भाग लिया.
लेकिन महासंघ के नवनिर्वाचित महासचिव प्रेम चंद लोचाब और सीनियर वाइस प्रेसिडेंट देवेंद्र सिंह कादियान इस बैठक में उपस्थित नहीं हुए.
इस बैठक से अनुपस्थित दोनों पदाधिकारी अध्यक्ष पद पर हारीं अनीता श्योराण गुट के बताए जा रहे हैं.
गुरुवार को हुए चुनाव में अध्यक्ष पद पर बीजेपी सांसद और WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के क़रीबी संजय सिंह जीते थे.