हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जनपद के नाहन (Nahan) विकास खंड के अंतर्गत रविवार दोपहर सलाणी पुल (Salani Bridge) पर 2:25 बजे 108 एंबुलेंस (108 Ambulance) में महिला की गोद में बेटे की किलकारी गूंज उठी। सुबह से ही मौसम खराब होने के कारण सड़क की हालत भी ठीक नहीं थी। लिहाजा 108 एंबुलेंस को गर्भवती महिला को नाहन मेडिकल कॉलेज तक लाने में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। सड़क पर बारिश की वजह से पानी बह रहा था।
कौलावालांभूड की 31 वर्षीय अख्तर पत्नी सलीम खान को बताया गया था कि प्रसूति क्रिटिकल है, लिहाजा चंडीगढ़ जाने की सलाह भी दी गई थी, लेकिन इसी बीच महिला का परिवार उसे घर ले गया था। मूसलाधार बारिश के बीच गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई।
108 सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गई, मगर रास्ते में प्रसव पीड़ा तेज होने लगी। सलाणी पुल के नजदीक महिला की प्रसव पीड़ा असहनीय हो गई। लिहाजा ईएमटी (EMT) कोमल व पायलट (Pilot) अर्जुन ने सड़क किनारे ही एंबुलेंस में प्रसूति करवाने का निर्णय लिया। 31 साल की अख्तरी के बेटे के जन्म लेते ही परिवार के अलावा 108 एंबुलेंस कर्मियों ने भी राहत की सांस ली, इसके बाद 108 कर्मी जच्चा व बच्चा को लेकर डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज पहुंचे। अंतिम जानकारी के मुताबिक नवजात शिशु पूरी तरह से स्वस्थ है, उधर धात्री भी पूरी तरह से ठीक है।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में ईएमटी कोमल ने कहा कि महिला को प्रसव पीड़ा होने की सूचना मिली थी, इसके बाद तुरंत ही मौके पर पहुंचे इसी बीच सलाणी पुल के नजदीक क्रिटिकल केस में महिला की प्रसव पीड़ा तेज हो गई, इतना वक्त ही नहीं था कि गर्भवती महिला को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि जच्चा व बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है।
बता दे कि हाल ही में नाहन से चंडीगढ़ रैफर की गई एक गर्भवती महिला ने पंचकूला के हाउसिंग बोर्ड चौंक पर ही 108 एम्बुलेंस में बेटी को जन्म दिया था।