सर्दियों के मौसम में बढ़ते हैं हृदयाघात के पेशेंट

सर्दियों का मौसम चरम सीमा पर है इस मौसम में हृदयाघात के मामले ज्यादा देखने को मिलते हैं
मीडिया से बात करते हुए डॉ कुशल के तिवारी ने बताया की हृदय से जुड़ी मुख्य समस्या हृदयाघात है यह समस्या एकदम से नहीं होती है यह दो से तीन साल का समय लेती है उन्होंने बताया कि अगर किसी को ब्लड प्रेशर बढ़ता पसीना आना छाती के मध्य में दर्द या बेचैनी शरीर के ऊपरी हिस्से के अन्य भागों में दर्द या बेचैनी होना आदि हृदयाघात के संकेत है अगर किसी को इस तरह के लक्षण दिखाई दे तो तुरंत कार्डियोलॉजिस्ट से परामर्श लें
उन्होंने बताया कि हृदय संबंधी समस्या का एकमात्र इलाज सर्जरी नहीं है
अगर समय पर इसके लक्षणों की पहचान हो जाए तो नियमित योग करके और अपने खान-पान में सुधार करके इस समस्या से बचा जा सकता है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *