जिला में पिछले कुछ दिनों से कानून व्यवस्था पर उठ रहे सवालों के बीच शनिवार को ऊना भाजपा ने जिला मुख्यालय के एमसी पार्क के बाहर प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। स्थानीय भाजपा विधायक सतपाल सिंह सत्ती की अगुवाई में किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा ने विधानसभा क्षेत्र में माफिया को संरक्षण देने का आरोप सरकार पर लगाया। इस मौके पर विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि पिछले 7 महीने में कुल 7 प्रकार का माफिया प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्र में दनदनाता फिर रहा है।
उन्होंने कहा कि हालत यह है कि उनके अपने विधानसभा क्षेत्र में सट्टा माफिया, चिट्टा माफिया, दवाई माफिया, गुंडा माफिया, तबादला माफिया, शराब माफिया और खनन माफिया के लोग कांग्रेस नेताओं के संरक्षण में अनैतिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि माफिया को सरकारी संरक्षण का यह परिणाम है कि पिछले 7 महीने में विधानसभा क्षेत्र के अंदर चार बड़ी वारदातें सामने आ चुकी है और इन वारदातों में भी पुलिस ने केवल पीड़ितों को ही दबाने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि अब तो माफिया ने पुलिस को ही बंधक बनाने का काम शुरू कर दिया है। ईमानदार पुलिस कर्मचारियों को भी माफिया के हाथों की कठपुतली बनने को मजबूर किया जा रहा है। विधायक ने आरोप लगाया कि पुलिस विभाग में कई ऐसे लोगों को थाने और चौकियों में बिठा दिया गया है जो कार्रवाई के मामले में शून्य है लेकिन कई अन्य आर्थिक गतिविधियों में अपनी हिस्सेदारी बराबर वसूल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि पुलिस इस मामले में कड़ी कार्रवाई अमल में लाएगी। वहीं हिमाचल प्रदेश पुलिस के प्रमुख डीजीपी संजय कुंडू जल्द इस मामले में बयान जारी करेंगे और जनता को यह बताया जाएगा कि पुलिस कर्मचारियों को बंधक बनाने के पीछे किन लोगों का हाथ है।
विधायक सतपाल सत्ती ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार की हालत यह हो गई है कि विकास कार्य पूरी तरह से बंद हो चुके हैं और यही कारण है कि खुद कांग्रेस के विधायक भी अपनी सरकार से पूरी तरह तंग हो चुके हैं। कांग्रेस के परिवारों के परिवार भाजपा के संपर्क में हैं और भाजपा में शामिल होने की गुहार लगा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश भाजपा प्रदेश सरकार को जनता से किए वादे पूरे करने का वक्त दे रही है। साल 2024 के लोकसभा चुनाव में पहले हिमाचल प्रदेश की चारों सीटों को जीतकर भाजपा की झोली में डाला जाएगा उसके बाद जून 2024 से कांग्रेस सरकार की रवानगी को मुकम्मल करने का काम शुरू किया जाएगा।