शूलिनी माता मंदिर में गर्भगृह की मेंटेनेंस का कार्य हुआ शुरू,नई शैली से होगा गर्भगृह का जीर्णोधार

सोलन शहर की अधिष्ठात्री देवी माता शूलिनी मंदिर में इन दिनों गर्भगृह की मेंटेनेंस का कार्य चला हुआ है, जिसके चलते माता को भी गर्भगृह से बाहर स्थापित किया गया है। अब श्रद्धालु मंदिर के बाहर ही माता के दर्शन कर पा  रहे है ।मंदिर का स्ट्रक्चर काफी पुराना होने के चलते गर्भग्रह की कड़ियां अब गिरने की कगार पर थी जिसके चलते गर्भग्रह की मेंटेनेंस का कार्य शुरू हो गया है और नई शैली से गर्भगृह का कार्य अब हो रहा है।

मंदिर के पुजारी नरेश ने बताया कि 1 दिसंबर से शूलिनी मंदिर में गर्भगृह की मेंटेनेंस का कार्य शुरू हो गया था और आगामी 10 से 15 दिनों में यह कार्य संपन्न हो जाएगा इन दिनों श्रद्धालु मंदिर के बाहर ही माता के दर्शन कर पा रहे हैं।
उनका कहना है कि मंदिर में पहले लकड़ी का ही कार्य हुआ था और कड़िया कच्ची हो चुकी थी जिसके चलते उन्हें बदलने अनिवार्य हो चुका था। और अब गर्भ ग्रह को नई शैली से बनाया जाएगा ताकि यह एक आकर्षण का केंद्र बने और श्रद्धालु भी सही से माता के दर्शन कर सके