राजधानी शिमला में मंगलवार को धूप खिली, वहीं शहर से सटे पर्यटन स्थलों कुफरी व फागू में बर्फबारी का नजारा देखने को मिला। नारकंडा में भी बर्फबारी हो रही है। इन स्थलों में ताजा बर्फबारी से सैलानियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। हालांकि, बर्फबारी से सड़क पर फिसलन बढ़ गई और शिमला-रामपुर नेशनल हाईवे पर वाहनों का लंबा जाम लग गया है। इससे अप्पर शिमला के लिए यातायात एक बार फिर प्रभावित हुआ है।
चंबा, कुल्लू, किन्नौर व लाहौल-स्पीति जिलों में भी बर्फबारी हो रही है। हालांकि मौसम विभाग ने अगले छह दिन बारिश-बर्फबारी की संभावना से इंकार किया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने से आगामी 12 फरवरी तक राज्य भर में मौसम साफ रहेगा। उन्होंने कहा कि बीते 24 घंटों के दौरान शिमला के खदराला में चार, चंबा के भरमौर में तीन, कुफरी में दो और गोंदला में एक सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है।
प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी परिवहन व बिजली आपूर्ति पर खासा असर देखा जा रहा है। पिछले छह दिन से चार नेशनल हाईवे बंद पड़े हैं। इनकी अगले कुछ दिनों तक भी बहाल होने की उम्मीद नहीं है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार तक बर्फबारी से चार नेशनल हाईवे और 473 सड़कें ठप हैं। लाहौल-स्पीति में 152, शिमला में 134, कुल्लू में 68, चंबा में 61 और मंडी में 46 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बाधित है।
शिमला जिला की बात करें तो चौेपाल उपमंडल में 36, रोहड़ू में 33, डोडरा क्वार, रामपुर व कोटखाई में 16-16, कुमारसेन में 10, कुपवी में चार और जुब्बल में तीन सड़के बंद हैं। बर्फबारी से लाहौल-स्पीति व कुल्लू में दो-दो नेशनल हाईवे बंद हैं। लाहौल-स्पीति में एनएच-505 व एनएच-3 और कुल्लू में एनएच-3 व एनएच-305 अवरुद्ध है।
रिपोर्ट के अनुसार बर्फबारी व अंधड़ चलने से 398 बिजली ट्रांसफार्मरों के ठप होने से कई इलाकों में बिजली गुल है। कुल्लू में सबसे ज्यादा 123, जबकि चंबा में 119, सिरमौर में 114, और शिमला में 34 ट्रांसफार्मर खराब हुए हैं।