सराज: 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला के विराजने पर देशभर में उत्सव मनाया गया. देशभर में लोगों द्वारा घरों और मंदिरों में दीप जलाए गए और राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को एक त्योहार के रूप में मनाया गया. वहीं, हिमाचल प्रदेश में श्री राम के आगमन पर विशेष रूप से लोगों ने मंदिरों में हवन यज्ञ, भजन-कीर्तन, रामचरित मानस पाठ, सुंदरकांड पाठ और भंडारे करवाए. शाम के समय पूरी देवभूमि दीयों से जगमगा उठी. प्रदेशभर में लोगों ने रामलला के भव्य मंदिर में विराजने पर दीपावली मनाई.
11000 फीट पर रामलला आगमन का उत्सव: इसी अवसर पर मंडी जिले के सराज में कड़ाके की ठंड के बीच 11 हजार फीट की ऊंचाई पर भी रामलला आगमन की खुशियां मनाई गई. दरअसल समुद्र तल से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर सराज में स्थित शिकारी देवी मंदिर राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उपलक्ष्य में दिए जलाए गए. मंदिर के पुजारी सुरेश शर्मा ने बताया कि शिकारी देवी मंदिर के कपाट 15 नवंबर से बंद हैं. जो कि अक्सर चैत्र नवरात्रि के पहले दिन या फिर 1 अप्रैल को खुलते हैं. मंदिर के कपाट खुलना बर्फबारी पर निर्भर करता है, क्योंकि ऊंचाई पर स्थित होने के चलते यहां पर कई फीट तक बर्फ जमा रहती है.
सराज में दीपावली का माहौल: वहीं, हिमाचल प्रदेश सहित सराज विधानसभा क्षेत्र में भी दीपावली मनाई गई. सोमवार को सराज का हर घर हर आंगन सजा हुआ था. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर कोई इस कार्यक्रम को लेकर उत्साहित नजर आ रहा था. आंगन में रंगोली बनाई गई तो वहीं, घर के हर एक कोने में दिए प्रज्वलित किए गए. बच्चों द्वारा खूब आतिशबाजी की गई. क्षेत्र के सभी लोग राम आगमन की खुशी में मग्न दिखाई दिए. वहीं, अब लोगों को अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन करने का इंतजार है.