रेप केस में दोषी क़रार दिए गए क्रिकेटर को नेपाल क्रिकेट एसोसिएशन ने निलंबित किया
नेपाल क्रिकेट एसोसिएशन ने राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान संदीप लामिछाने को किसी भी तरह की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट गतिविधियों से निलंबित कर दिया है.
नेपाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष चतुर बहादुर चंद ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी.
बीते साल दिसंबर में राजधानी काठमांडू की ज़िला अदालत ने संदीप लामिछाने को नाबालिग से बलात्कार का दोषी करार दिया था.
काठमांडू ज़िला अदालत के जज शिशिरराज ढकाल ने 10 जनवरी को संदीप लामिछाने को आठ साल जेल की सज़ा सुनाई.
इसके अलावा उन पर तीन लाख रुपये का जुर्माना लगाया है, साथ ही ये आदेश भी दिया गया है कि संदीप लामिछाने को पीड़िता को दो लाख रुपये का मुआवजा देना होगा.
इस फ़ैसले के बाद इसके तुरंत बाद नेपाल क्रिकेट एसोसिएशन ने उन्हें निलंबित कर दिया. संदीप लामिछाने ने संकेत दिया है कि वो ज़िला अदालत के फ़ैसले के ख़िलाफ़ अपील करेंगे.
नेपाल क्रिकेट एसोसिएशन के बयान में कहा गया है, “ज़िला अदालत के आदेश के अनुसार, संदीप लामिछाने को रेप के मामले में दोषी पाया गया है और सज़ा सुनाई गई है. हम आपको सूचित करते हैं कि लामिछाने को किसी भी तरह की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट गतिविधियों से निलंबित कर दिया गया है.”
संदीप लामिछाने ने क्या कहा
सज़ा सुनाए जाने के बाद बुधवार शाम को संदीप लामिछाने ने नेपाल क्रिकेट एसोसिएशन को पत्र लिखकर कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय टीम से दूर रहने का फ़ैसला किया है.
बुधवार को फ़ैसला सुनाए जाने के समय वह अदालत में मौजूद नहीं थे.
नेपाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष चतुर बहादुर चंद और सचिव पारस खड़का को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि “जब तक वह निर्दोष साबित नहीं हो जाते, तब तक वह राष्ट्रीय टीम से अलग रहेंगे.”
लामिछाने ने पत्र में कहा कि वे निर्दोष हैं और इसके लिए लड़ेंगे. उन्होंने इसके लिए नेपाल क्रिकेट एसोसिएशन से मदद भी मांगी है.
साथ ही, उन्होंने कहा है कि चूंकि नेपाली क्रिकेट में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, इसलिए उनकी अनुपस्थिति का राष्ट्रीय टीम पर कोई असर नहीं पड़ेगा.