राजगढ़ क्षेत्र के किसान अपना रहे है कृषि की आधुनिक एवं वैज्ञानिक तकनीक नये नये प्रयोग करके सब्जी की खेती मे स्थापित कर रहे है नये आयाम ।।

 

वैसे तो राजगढ़ क्षेत्र के किसान सब्जियों, फलो व फूलो व मसाला उत्पादन में अपनी अहम भुमिका निभा रहे है और इससे अपनी आर्थिकी को ओर मजबूत कर रहे है मगर कुछ किसान आधुनिक एवं वैज्ञानिक खेती में नये नये प्रयोग कर रहे है । आपने अभी तक फलदार पोधो मे ग्राफ्टिंग विधि यानि जिसे हम पौध प्रत्यारोपण भी कह सकते है । जैसे कैथ नामक प्राकृतिक पोधे पर नाशपाती की ग्राफ्टिंग की जाती है और उसी तरह आडू व सेब का पौधा भी ग्राफ्टिंग करके ही तैयार किया जाता है । मगर अरूज कंपनी सहजोवाल नंगल पंजाब ने एक नयी तकनीकी ईजाद की है । जिसमें उन्होंने बेगन के पौधे टमाटर की ग्राफ्टिंग करके टमाटर का नया पौधा तैयार किया है । कंपनी ग्राफ्टिंग का कार्य अपनी ही नर्सरी में करती है । और किसानो को पौधा तैयार करके देती है । यहां सामान्य टमाटर का पौधा किसानो को लगभग एक रुपये प्रति पौधे के हिसाब से मिल जाता है मगर इस ग्राफ्ट किये गये टमाटर के पौधे की कीमत लगभग 12 रुपये प्रति पौधा है । इस नर्सरी के कृषि विशेषज्ञ मनोज कुमार ने बताया कि अरुज कंपनी ने बेगन के पौधे पर टमाटर का पौधा ग्राफ्ट करके एक नयी पौध तैयार की है । इसका उद्वेश्य टमाटर की फसल में होने वाली बिमारियों को कम करना है । टमाटर की फसल में मुख्य रूप जो बिमारियां लगती है वह जड़ों की और से लगती है । इस लिए कंपनी ने टमाटर के पौधे को बेगन पर तैयार किया है । यानि जड़ से यह पौधा बेगन का है । इसके साथ साथ अभी तक टमाटर का पौधा जितने समय फसल देता था । यह नया पौधा उससे अधिक समय तक फसल देगा यानि उत्पादन भी बढ़ेगा । इसके साथ साथ टमाटर की गुणवता भी आम फसल से अच्छी होगी । यहा राजगढ़ के सैर मनौण गांव के सुनील शर्मा ने इस बार इस नयी किस्म के लगभग दौ हजार पौधे अपने खेत मे लगा दिये है जो अभी तक अच्छे चल रहे है और कंपनी के कृषि विशेषज्ञ समय समय पर खेत में आकार इसका.पूरा रिकार्ड रख रहै है यानि अगर इस बार सुनील शर्मा का प्रयोग सही रहा तो उनको देख कर क्षेत्र के अन्य टमाटर उत्पादक भी इसको अपने खेतो में लगा कर एक नया रिकार्ड कायम करेगे ।।