मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को शिमला जनपद के ठियोग के पराला में 100.42 करोड़ रुपए की लागत से बने अत्याधुनिक फल विधायन संयंत्र का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि यह संयंत्र क्षेत्र के विकास में मील पत्थर साबित होगा। इस संयंत्र में वाइन, विनेगर तथा जूस तैयार किया जाएगा जिससे क्षेत्र के बागवानों को अपने उत्पाद के उचित दाम मिलेंगे तथा इससे बनने वाले उत्पाद तैयार करने में भी तेजी आएगी।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष बरसात में भारी बारिश से आई आपदा ने कहर बरपाया था। सेब बहुल क्षेत्र में सम्पर्क मार्गों को भी इस आपदा से काफी नुक्सान पहुंचा था। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने इन सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर बहाल किया ताकि बागवानों के उत्पाद को मंडियों तक समय पर पहुंचाया जा सके ताकि उन्हें आर्थिक नुक्सान न हो। उन्होंने कहा कि इस वर्ष सेब के समर्थन मूल्य में 1.50 रूपए की ऐतिहासिक वृद्धि की गई है तथा इसे 12 रुपये प्रति किलो किया गया।
मुख्यमंत्री ने एचपीएमसी की संपत्तियों को ठीक ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए ताकि बागवानों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि एचपीएमसी के माध्यम से बागवानी औजार, खाद, कीटनाशक तथा फफूंदनाशक सस्ते दामों पर उपलब्ध करवायी जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बागवानों के हितों को सुरक्षित करने के लिए अनेक कदम उठा रही है तथा भविष्य में भी लेती रहेगी।
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि इस यूनिट में अलग अलग उत्पाद तैयार किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार बागवानों की सुविधा के लिए अनेक योजनाएं लागू कर रही है ताकि बागवानों को आर्थिक तौर पर सम्बल किया जा सके क्योंकि बागवानी प्रदेश के लोगों का प्रमुख व्यवसाय है।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा, विधायक नन्द लाल, विधायक हरीश जनारथा, उपाध्यक्ष हिमाचल प्रदेश राज्य वन विकास निगम केहर सिंह खाची, उपाध्यक्ष हिमुडा यशवंत छाजटा, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष देवेन्द्र श्याम, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार मीडिया नरेश चौहान, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव संगठन रजनीश किमटा, सचिव बागवानी सी. पालरासु, प्रबन्ध निदेशक एचपीएमसी सुदेश मोक्टा तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।