लगभग चार वर्ष पूर्व जब पंडोह के साथ लगते स्योग में फोरलेन निर्माण के लिए कटिंग की गई थी उस समय राजकुमार के घर पर खतरा मंडरा गया था। राजकुमार ने इस संदर्भ में 20 सितंबर 2019 को एनएचएआई के अधिकारियों और जिला प्रशासन को सूचित भी किया था। अधिकारियों ने संयुक्त रूप से मौके पर आकर स्थिति का जायजा लिया था और घर की सुरक्षा के लिए डंगा लगाने की हामी भरी थी। लेकिन आज चार वर्ष होने को है और डंगे का कहीं नामो निशां ही नहीं।
राजकुमार ने बताया कि जैसे-जैसे समय बीतता गया वैसे-वैसे खतरा और बढ़ता गया। अधिकारियों ने कहा था कि इस इलाके में निर्माणाधीन कंपनी का बैचिंग प्लांट लगेगा जिसके बाद डंगा लगा दिया जाएगा। आज बैचिंग प्लांट को लगे भी वर्षों बीत गए, लेकिन डंगा नहीं लगाया गया।
राजकुमार ने बताया कि उसके घर के साथ एक डंगा लगना था जिसे लगा दिया गया है लेकिन उसके घर को सुरक्षित रखने के लिए डंगा नहीं लगाया जा रहा है। इन्होंने अपनी जमीन फोरलेन निर्माण के लिए दी है। अब तो घर पर दरारें पड़ना शुरू हो गया है। बरसात का मौसम भी शुरू हो गया है और बरसात जमकर कहर बरपा रही है। ऐसे में अब घर में रहने से डर लग रहा है। इन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है यदि घर को नुकसान या जान माल का नुकसान होता है तो इसकी जिम्मेवारी एनएचएआई और जिला प्रशासन की होगी।
वहीं, जब इस बारे में एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वरूण चारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उक्त व्यक्ति एक बार कार्यालय आकर इस संदर्भ में सूचित करे। इस बारे में जानकारी ली जाएगी कि उस वक्त क्या कुछ कार्रवाई हुई थी। क्योंकि मामला मेरे यहां आने से पहले का है।