मंडी : मशीन तोड़ न सकी तो मैनुअली ब्लास्ट कर तोड़ी जा रही विशालकाय चट्टानें

चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे को अस्थाई तौर पर वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया गया है। स्थाई तौर पर नेशनल हाईवे को बहाल करने के लिए लगातार मशीनरी जुटी हुई है। इस नेशनल हाईवे पर वाहन चालकों के लिए बेहद खतरनाक स्पॉट बन चुके 6 मील से बड़ी-बड़ी चट्टानों को हटाया जा रहा है। नेशनल हाईवे के किनारे व बीचो बीच खड़ी इन चट्टानों को यहां से हटाना किसी चुनौती से कम नहीं है।

वहीं कुछ चट्टानें हवा में लटकी हुई हैं जो हर समय खतरे की घंटी बजा रही हैं। इन चट्टानों को यहां से हटाते समय फोरलेन निर्माण कार्य में लगी कंपनी के द्वारा सावधानी भी बरती जा रही है। वहीं नेशनल हाईवे पर जाम की स्थिति पैदा न हो इसके लिए पुलिस जवान लगातार मोर्चा संभाले हुए हैं। सदर थाना प्रभारी भी अपनी टीम के साथ लगातार डटे हुए हैं। पहाड़ जैसी विशालकाय चट्टानों को पहले ब्लास्ट के माध्यम से तोड़ा जा रहा है। इसके उपरांत पत्थरों व मलबे को यहां से हटाया जा रहा है।

फोरलेन निर्माण कार्य में लगी केएमसी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजशेखर ने बताया कि इन विशालकाय चट्टानों को हटाने के लिए पहले बड़ी मशीनों की मदद ली जा रही थी। लेकिन हवा में लटकी इन चट्टानों को मशीन से तोड़ना संभव नहीं हो पा रहा है। जिसके बाद मैनुअली जैक हैमर से ब्लास्ट कर चट्टानों को तोड़ा जा रहा है।

वहीं स्पॉट पर अपनी टीम के साथ मोर्चा संभाले सदर थाना प्रभारी सकीनी कपूर ने बताया कि ब्लास्ट करते पुलिस प्रशासन द्वारा ट्रैफिक को बंद कर दिया जाता है, ताकि किसी भी वाहन चालक को नुकसान न हो। उन्होंने बताया कि दिन में 1-2 घंटे ट्रैफिक को रोककर ब्लास्ट किया जा रहा है, ताकि नेशनल हाईवे पर लंबे जाम की स्थिति पैदा न हो। उन्होंने कहा कि यदि बारिश बाधा न डालें तो आगामी 3-4 दिनों में इन चट्टानों को हटा दिया जाएगा।

बता दें कि बीती 8 जुलाई को हुई भारी बारिश के चलते 6 मील के पास चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे पर पूरा गिर गया था। जिस कारण यह नेशनल हाईवे पूरे 7 दिन तक बंद रहा था। मशीन ऑपरेटर अपनी जान जोखिम में डालकर नेशनल हाईवे पर खड़ी इन चट्टानों को हटा रहे हैं। 2 दिन पूर्व एक लोडर मशीन पर पहाड़ी से पत्थर व चट्टाने आ गिरी थी। जिसके बाद मशीन ऑपरेटर ने कूद कर अपनी जान बचाई थी।