बिलासपुर : धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी व्यवस्था, 38 करोड़ रुपए आंका गया नुकसान

मानसून की पहली बरसात के चलते बिलासपुर जिला के लोगों को आपदा की स्थिति से जूझना पड़ा था। साथ ही भारी बरसात के चलते कई सड़कें, पानी की सप्लाई सहित राष्ट्रीय राजमार्ग व फोरलेन मार्ग ठप हो गए थे, जिससे जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। अब बीते दो दिनों से बारिश का दौर थमने के बाद से धीरे-धीरे व्यवस्थाएं पटरी पर आने लगी हैं।

गौरतलब है कि जिला में तीन दिनों की भारी बारिश के चलते जिला में 38 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान आंका गया है, जो आने वाले समय में और भी बढ़ सकता है। बरसात के चलते किरतपुर-मनाली फोरलेन मार्ग, किरतपुर-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग 205, शिमला-मटौर राष्ट्रीय राजमार्ग 103 सहित बिलासपुर जिला के 21 लिंक रोड बंद हो गए थे। साथ ही जलशक्ति विभाग से संबंधित 162 स्कीमें भी प्रभावित हुई थी। अब लोक निर्माण विभाग द्वारा इन सभी योजनाओं पर तेजी के साथ काम किया गया है।

जिला से होकर गुजरने वाले अब किरतपुर-मनाली व शिमला-मटौर राष्ट्रीय राजमार्ग बहाल कर दिए गए हैं, जबकि 21 लिंक रोड में से 18 रोडस खोल दिये गए हैं, जबकि 3 लिंक रोडस को 14 जुलाई तक शुरू कर दिया जाएगा। पेयजल व सिंचाई की स्कीमों की बात की जाए तो 162 स्कीमस में से 160 स्कीमस सुचारू रूप से चालू हैं, जबकि 02 स्कीमस को अगले 02 से 03 दिनों के भीतर शुरू कर दिया जाएगा।

इस बात की जानकारी देते हुए उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि आपदा के बाद से प्रभावित इलाकों में विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा तेज गति के साथ काम कर जीवन को पटरी पर लाने का काम किया गया है।  इसी का नतीजा है कि जिला में प्रभावित सड़कों व इरिगेशन स्कीमस में से अधिकतर स्कीमस को दुबारा शुरू कर दिया गया, ताकि पहले की तरह ही व्यवस्थाएं सुदृढ हो सकें।