फ्रांस में 3 दिन से फंसी 300 भारतीयों से भरी फ्लाइट को उड़ने की इजाजत, क्या होगा रूट? जानें डिटेल..
फ्रांस के एयरपोर्ट पर पिछले 3 दिन से रोके गए विमान को आखिरकार उड़ान भरने की इजाजत दे दी गई है। प्लेन में करीब 300 से अधिक यात्री सवार है।
फ्रांस के एयरपोर्ट पर पिछले 3 दिन से रोके गए विमान को आखिरकार उड़ान भरने की इजाजत दे दी गई है। प्लेन में करीब 300 से अधिक यात्री सवार है जिनमें ज्यादार भारतीय मूल के यात्री है। विमान फ्रांस के वेट्री एयरपोर्ट पर ईंधन भरने के लिए रूका था। मगर एयरपोर्ट के अधिकारियों ने कुछ वजहों से विमान को उड़ान भरने रोक दिया।
खबर में आगे पढ़ें:
- फ्रांस के एयरपोर्ट पर क्यों रोका गया विमान
- 3 दिन बाद विमान को मिली उड़ान भरने की इजाजत
- जानें क्या होगा विमान का रूट
वेट्री एयरपोर्ट पर रोका गया विमान
वेट्री एयरपोर्ट पर जैसे ही विमान ईधन भरने के लिए उतरा था इस दौरान फ्रांस के अधिकारियों को सूचना मिली की इसमें मानव तस्करी के पीड़ितों को ले जाया जा रहा है, जिसके बाद फ्लाइट को उड़ान भरने से रोक दिया गया। पहले तो विमान को खाली कराया गया। सभी यात्रियों को वेट्री एयरपोर्ट पर रिसेप्शन हॉल के वेटिंग एरिया में रोका गया।
एयरपोर्ट पर यात्रियों से पूछताछ
‘मानव तस्करी’ के संदेह में गुरुवार से पेरिस से 150 किलोमीटर पूर्व में वैट्री एयरपोर्ट पर फ्रांसीसी अधिकारियों द्वारा हिरासत में लिए गए 303 यात्रियों से चार फ्रांसीसी न्यायाधीशों ने रविवार को पूछताछ शुरू की। 48 घंटे से की पूछताछ के बाद आखिरकार विमान को फिर से उड़ान भरने की इजाजत मिली।
फ्रांसीसी समाचार प्रसारण टेलीविजन और रेडियो नेटवर्क ‘बीएफएम टीवी’ ने बताया कि विमान को जाने की अनुमति देने के बाद फ्रांसीसी न्यायाधीशों ने प्रक्रिया में अनियमितताओं के कारण 300 से अधिक यात्रियों को रोके जाने के मामले की सुनवाई रोक दी। यह सुनवाई मानव तस्करी के संदेह पर पेरिस अभियोजक के कार्यालय द्वारा शुरू की गई जांच के हिस्से के रूप में की जा रही थी।
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इस रूट से जा सकती है विमान
खबर में कहा गया कि विमान के सोमवार सुबह उड़ान भरने की उम्मीद है। इसके गंतव्य के बारे में जानकारी नहीं है। विमान भारत ले जाया सकता है, जहां के ज्यादातर यात्री रहने हैं, या निकारागुआ जा सकता, जो उसका मूल गंतव्य था या दुबई जहां से विमान ने उड़ान भरी थी।
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फ्रांसीसी अभियोजकों के मुताबिक, विमान में सवार 11 ऐसे नाबालिग शुक्रवार से ही हिरासत में हैं, जो कि बिना अभिभावक के सफर कर रहे हैं। इसके अलावा दो वयस्क यात्री भी शुक्रवार से ही हिरासत में हैं। सभी की हिरासत शनिवार शाम को अगले 48 घंटे तक बढ़ा दी गई थी।
इस कंपनी का है विमान
विमान का स्वामित्व रोमानियाई चार्टर कंपनी ‘लीजेंड एयरलाइंस’ के पास है। कंपनी की अधिवक्ता लिलियाना बाकायोको ने ‘मानव तस्करी’ में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है। लिलियाना ने बताया कि एक ‘साझीदार’ कंपनी ने विमान को किराए पर लिया था और वही प्रत्येक यात्री के पहचान दस्तावेज को सत्यापित करने के लिए जिम्मेदार थी। वह उड़ान से 48 घंटे पहले यात्रियों की पासपोर्ट जानकारी विमानन कंपनी को देती है।
20 साल तक की सजा का प्रावधान
फ्रांस में मानव तस्करी के लिए 20 साल तक की सजा का प्रावधान है। फ्रांस में भारत के दूतावास ने शनिवार को कहा कि संदिग्ध “मानव तस्करी” के आरोप में फ्रांसीसी अधिकारियों द्वारा यात्रियों को हिरासत में लिए जाने के बाद भारतीय नागरिकों की मदद करने के लिए उसके कर्मचारी पेरिस के पास हवाई अड्डे पर मौजूद हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय यात्रियों ने मध्य अमेरिका पहुंचने के लिए यात्रा की योजना बनाई होगी, जहां से वे अवैध रूप से अमेरिका या कनाडा में प्रवेश करने का प्रयास कर सकते थे। लेकिन एक गुप्त सूचना में यात्रियों के एक संगठित गिरोह के माध्यम से ‘‘मानव तस्करी का शिकार होने की आशंका’’ जताई गई, जिससे अधिकारी सतर्क हो