हर जगह का इतिहास, वहां रहने वाले लोगों से बनता है. वहां रहने वाले लोगों के पहनावे, खान-पान और बोली भाषा से एक पहचान बनती है. ये ही तो भारत की ख़ासियत है, जहां कुछ किलोमीटर के फ़ासले पर खाना की रेसिपी को भी एक नई पहचान मिलती है.
इसी कड़ी में आज हम लेकर आए हैं उत्तरप्रदेश की कुछ ऐसी रेसिपीज़ और पकवान, जिनके बारे में लोग बहुत कम ही जानते हैं. ज़्यादातर लोगों के लिए यूपी का खाना लगभग लखनऊ के खाने और थोड़ा-बहुत चाट-पकौड़ी तक सीमित होता है, लेकिन पूर्वी उत्तरप्रदेश के पकवान इस क्षेत्र की अलग छवि लेकर आते हैं. एक तरह से समझिये कि अगर पूर्वी यूपी के बारे में जानना है, तो इसके खाने से शुरुआत कीजिये. पूर्वी उत्तर प्रदेश का खाना, न सिर्फ़ हटके हैं बल्कि बनाने में भी बहुत आसान. लिट्टी चोखा जैसी मशहूर डिश से इतर, ये डिशेस राज्य के इस हिस्से का अलग ही स्वाद लिए हुए है.
दालपीठा
जिस डिश का नाम ही इतना देसी है, उसके स्वाद का क्या ही बखान करना. दालपीठा दिखने में तो बहुत सिंपल होता है, लेकिन संतुष्ट करने वाला होता है. इसमें अरहर की दाल में आटे से डिजाईन करके बनाये गए छोटे-छोटे पीठे डाले जाते हैं और बाद में लहसुन, मिर्ची, जीरा, धनिया आदि का तड़का लगाया जाता है.
कैसे बनाएं
पहले कुकर में नॉर्मल तरीके से दाल चढ़ा दे. ढक्कन न लगाएं. इस दौरान रोटी बेले और उसमें गिलास की मदद से गोल टुकड़े काट ले. उन गोला कार टुकड़ों के डिज़ाइन बनाकर दाल में डाल दें. इसके बाद कुकर में सीटी लगा दें और दो सीटी लगने के बाद गैस से उतार दे. इसके बाद तड़के के लिए घी, जीरा, हिंग, धनिया, लहसुन, मिर्च और हलके मसाले का इस्तेमाल करें. बस डिश तैयार है…लुत्फ़ उठाइए.
लौकभत्ता
अगर आपको लौकी नहीं पसंद है, तो फिर इस डिश को ज़रूर आज़माएं. लौकी, दूध और चावल के मेल से बनने वाली डिश स्वाद में शानदार लगती है.
कैसे बनाएं
इसे बनाने के लिए पहले बारीक लौकी काटकर उसमें जीरा, मिर्च का तड़का लगा दें. इसके बाद साधारण तरीके से एक चम्मच घी डालकर चावल पका लें. दोनों को अलग-अलग पकाने के बाद चावल के कुकर में दूध और लौकी की सब्ज़ी डाल दें. अच्छी तरह से मिश्रण को मिलाएं और 10 मिनट पकाने के बाद गैस बंद कर दें. डिश तैयार है. नमकीन डिश पसंद करने वाले लोगों के लिए एक सिंपल सी डिश जादुई साबित हो सकती है.
दालफरा
दाल फरा तो मेरा पर्सनल फ़ेवेरेट है. भाप में पकी यह डिश मुंह में घुल जाती है. इसे चावल के आटे और पिसी हुई दाल से बनाया जाता है. इसे बनाने के लिए पहले चावल के आटे को साधारण तरीके गूंथा जाता है और उसकी छोटी-छोटी पूड़ियां बेली जाती हैं. इसके बाद इसमें भिगी हुई चने की दाल को मसाला, मिर्च, लहसुन, हिंग डालकर पीसा जाता है.
इसके बाद इस पिसी हुई दाल को छोटी-छोटी पूड़ियों में भर के मोड़ा जाता है और इसे पानी की भाप में पकने के लिए रखा जाता है. पकने के बाद धनिया या पुदीना की चटनी के साथ खाइए. इसे खाने का एक और तरीका है, इसे हलके घी या तेल में भून ले…इसका क्रिस्पी रूप में भी ख़ूब लुभाता है.
रिकौंच
अरबी के पत्तों से बनी यह डिश तो सच्चा प्यार है. बेसन में लपेटकर भाप में पकाकर बनायी जाने वाली यह डिश मस्त लगती है.
कैसे बनाएं
इसे बनाने के लिए पहले अरबी के पत्तों की डंडी निकालकर पानी में धोया जाता है. पानी सूख जाने के बाद बेसन (जिसमें नमक, हल्दी, मसाले, हिंग, पिसा हुआ अदरक, लहसुन, मिर्च, मसाला) में इन पत्तों को कई लेयर्स में लपेटा जाता है. जिसके बाद इसे भाप में पकने के लिए डाल दिया जाता है. पक जाने के बाद घी या तेल में भूनकर खाइए और मज़ा पाइए.
निमोना
सर्दियों के मौसम में निमोना न बनाया तो क्या ख़ाक सर्दी मनाई. मटर की दाल को पूर्वी उत्तर प्रदेश में निमोना के नाम से जाना जाता है. इसे बनाना तो खाने से भी ज़्यादा आसान है. इसे बनाना बहुत सरल है.
कैसे बनाएं
मटर को पीसने के बाद उसमें पिसा हुआ सब्ज़ी मसाला, नमक, हल्दी, लहसुन, मिर्ची, धनिया (पीसकर) मिला लें. इसके पाक जाने के बाद इसे जीरा और हिंग का तड़का लगा दें और गरमा-गरम चावल के साथ लुत्फ़ उठाएं.
कोहड़भत्ता
कद्दू, दूध और चावल के मेल-मिलाप से बनने वाली यह डिश भी खाने में बहुत स्वादिष्ट लगती है. यह लौकभत्ता की तरह ही होती है. इसमें बस लौकी की जगह कद्दू या फिर यूपी में कहा जाने वाला कोहड़ा इस्तेमाल किया जाता है.
कैसे बनाएं
कद्दू को सिर्फ़ मिर्च लहसुन का तड़का लगाने के बाद इसे चावल और दूध डाल कर पकाना है, आपकी डिश रेडी…गरमा-गरम परोसें और आनंद लीजिए.
बखीर
गुड़ डालकर बनाई जाने वाली खीर उत्तर प्रदेश में बहुत मशहूर है. इसमें चीनी का इस्तेमाल नहीं होता. इसे गुड़ या ताज़े गन्ने का रस डालकर पकाया जाता है. इसका स्वाद अब लिखा नहीं जा सकता, इसे खाकर ही महसूस किया जाता है.
ऐसी कई सारी डिशेस हैं, जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं. अगर आप भी इस लिस्ट में कोई नाम जोड़ना चाहते हैं. तो कमेंट बॉक्स में लिखकर हमें ज़रूर बताएं.