कुदरत का कहर सोलन में बढ़ता ही जा रहा है जो घर गिरने की कगार पर आ चुके हैं उनमें से करीबन 90 घर प्रशासन द्वारा खाली करवा दिए गए हैं लेकिन सोलन में कुछ ऐसी जगह भी है जहां अभी तक प्रशासन नहीं पहुंच चुका है क्योंकि उन दुर्गम क्षेत्रों में जाने के लिए सड़कें पूरी तरह से बाधित हो चुकी है ऐसी ही घटना सोलन के भोजनगर में हुई है जहां पर 3 दिन पूर्व पंचायत प्रधान का घर पहाड़ से मलवा के सब जाने के कारण पूरी तरह प्रभावित हो चुका है और रहने लायक नहीं है इसलिए वह सड़क किनारे ही टेंट लगाकर रहने को मजबूर हो चुकी हैं
पूर्व पंचायत प्रधान माला देवी ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि 3 दिन पहले उनका मकान मलबे की चपेट में आ गया था और मलवा इतना ज्यादा है कि वहां की सड़कें भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है इस बारे में उन्होंने प्रधान और आपातकालीन नंबरों पर भी इस बात की जानकारी दी लेकिन अभी तक मौके पर कोई भी मदद करने के लिए नहीं आया है वह तिरपाल का टेंट बनाकर रहने को मजबूर हैं धीरे-धीरे खाने पीने का राशन भी खत्म होता जा रहा है ऐसे में अगर किसी का स्वास्थ्य खराब होता है तो काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है इसलिए वह प्रशासन से गुहार लगाते हैं कि कोई उनकी मदद के लिए आगे आए