जोनल हास्पिटल मंडी में दो स्त्री रोग विशेषज्ञों (Gynecologists) ने अपना कार्यभार संभाल लिया है। इनके कार्यभार संभालने के बाद अब गर्भवती महिलाओं को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज नेरचौक नहीं जाना पड़ेगा।
बता दें जोनल हास्पिटल मंडी में तीन स्त्री रोग विशेषज्ञ तैनात हैं लेकिन एक डॉक्टर ट्रेनिंग पर चले गए हैं और दो अन्य डॉक्टर पिछले कुछ दिनों से छुट्टी पर चले गए थे। ऐसे में जोनल हास्पिटल मंडी में स्त्री रोग विशेषज्ञ की सेवाएं पूरी तरह से ठप्प पड़ गई थी। गर्भवती महिलाओं को इससे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ी और उन्हें उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज नेरचौक जाना पड़ रहा था। मेडिकल कॉलेज पर भी इस कारण अधिक दबाव पड़ गया था। बीते मंगलवार को डा. तनु ने अवकाश के बाद अपना कार्यभार संभाल लिया था जबकि वीरवार को डा. उषा ने भी अपनी डयूटी ज्वाइन कर ली। इससे अब जोनल हास्पिटल में स्त्री रोग विशेषज्ञ की ओपीडी और आईपीडी की सेवाएं सुचारू रूप से शुरू हो गई हैं।
जोनल अस्पताल मंडी के एमएस डॉ. धर्म सिंह वर्मा ने बताया कि मेडिकल अवकाश के बाद दोनों स्त्री रोग विशेषज्ञों ने अपनी सेवाएं शुरू कर दी हैं। जिससे मातृ एवं शिशु अस्पताल में स्त्री रोग से संबंधित सभी सेवाएं मरीजों को मिलना शुरू हो गई है।
उल्लेखनीय है कि जोनल हास्पिटल मंडी पर इस वक्त मंडी सदर, पधर, जोगिंद्रनगर, सराज और कुल्लू जिला के अधिकतर हिस्से की आबादी निर्भर है। दूरदराज क्षेत्रों के लोग अपना उपचार करवाने यहां आते हैं। लेकिन जब यहां पर उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिलता तो मजबूरन मेडिकल कालेज नेरचौक या नीजि अस्पतालों का रूख करना पड़ता है।